होली के रंग, गुजिया के संग

डीएन ब्यूरो

कहा जाता है गुजिया के बिना होली का मतलब है बिना रंग के होली।

गुझिया
गुझिया


नई दिल्ली: गुझिया वैसे तो कई तरह से बनाई जाती है, आप अपनी मनचाही गुझिया बना सकते है बस इसके अन्दर भरे जाने वाली कसार आप अपने मन मुताबिक तैयार कर लें। आईयेहम मावा गुझिया बनाये

आवश्यक सामग्री - गुझिया में भरने के लिये मिश्रण

मावा - 2 कप

सूजी - 1 कप

घी - 2 चम्मच

चीनी - 2 कप

काजू - 100 gm (एक काजू को 5-6 टुकड़े करते हुए काट लीजिए)

किशमिश - 50 gm

छोटी इलाइची - 7-8 (छील कर कूट लीजिए)

सूखा नारियल - 100 gm (1 कप कद्दूकस किया हुआ)

 

गुझिया का आटा तैयार करने के लिये

मैदा - 4 कप

दूध या दही - 1/4 कप

घी - 2/3 कप ( आटा गूथने में डालने के लिये )

 घी - गुझिया तलने के लिये

 

विधि -

भारी तले की कढ़ाई में मावा को हल्का ब्राउन होने तक भूनिये और एक बर्तन में निकाल लीजिये। कढ़ाई में घी डाल कर, सूजी डालिये, हल्का ब्राउन भून कर, एक प्लेट में निकाल लीजिये। चीनी को पीस लीजिये। सूखेमेवे कटे हुये तैयार हैं।

मावा, सूजी, चीनी और मेवों को अच्छी तरह मिला लीजिये। गुझियों में भरने के लिये कसार तैयार है।

मैदा को किसी बर्तन में छान कर निकाल लीजिये। घी पिघला कर आटे में डाल कर, अच्छी तरह मिलाइये। अब दूध डालकर आटे में मिलाइये, पानी की सहायता से कड़ा आटा गूथ लीजिये। आटे को आधा घंटे के लियेगीले कपड़े से ढककर रख दीजिये।

आटे को खोलिये और मसल मसल कर मुलायम कीजिये। आटे से छोटी छोटी लोई तोड़ कर बना लीजिये( इतने आटे से 50 55 लोइयां बन जायेगी) लोइयों को गीले कपड़े से ढककर रखिये, एक लोई निकालिये 4 इंचके व्यास में पूरी बेलिये, बेली हुई पूरी थाली में रखते जाइये। जब 10 - 12 पूरियां थाली में हो जायं, अब इन्हे भर कर गुझिया तैयार कर लीजिये।

पूरी को हाथ पर रखना, पूरी के ऊपर मिश्रण रखना, मोड़ कर बन्द करना, और गुझिया कतरनी से काटना।

2 पूरी को हाथ पर रखना, पूरी के ऊपर मिश्रण रखना, मोड़ कर, बन्द करना, और गोंठना।

3 पूरी को, गुझिया के सांचे के ऊपर रखना, पूरी के ऊपर मिश्रण रखना, किनारों से पानी लगाकर, बन्द करना, दबाना।

आप तीनों तरीके से गुझिया बना सकते हैं, लेकिन मुझे तीसरा तरीका ज्यादा आसान लगता है, इसमें समय भी कम लगता है, साथ ही सारी गुझिया एक बराबर होती है।

10 पूरियां हमने बेल कर रखी हुई हैं। एक पूरी उठाइये, पूरी को सांचे के ऊपर रखिये, एक या डेड़ चम्मच कसार पूरी के ऊपर डालिये, किनारों पर उंगली के सहारे से पानी लगाइये। सांचे को बन्द कीजिये, दबाइये, गुझिया से अतिरिक्त पूरी ह्टा दीजिये। सांचे को खोलिये, गुझिया निकाल कर थाली में रखिये। एक एक करके सारी पुरियों की गुझिया इसी तरह बना कर थाली में लगाइये, मोटे धुले कपड़े से ढककर रखिये। फिर से 10 पूरियां बेलिये और इसी तरह गुझिया बनाइये और ढक दीजिये।सारी गुझिया इसी तरह से बना कर तैयार कर लीजिये, ढककर रख दीजिये।

अब मोटे तले की कढ़ाई में घी डाल कर गरम कीजिये। गरम घी में 7-8 गुझिया डालिये, धीमी और मीडियम आग पर हल्के ब्राउन होने तक पलट पलट कर तल लीजिये। कढ़ाई से गुझिया, थाली में निकालिये और किसी डलिया या बड़े चौड़े बर्तन में रखते जाइये। सारी गुझिया इसी तरह तल कर निकाल लीजिये। लीजियेआपकी गुझिया तैयार हैं। गरमा गरमा गुझिया परोसिये और खाइये। बची हुई गुझिया ठंडी होने के बाद एअर टाइट कन्टेनर में भरकर रख दीजिये। स्वादिष्ट गुझिया 15-20 दिनों तक जब भी आपका मन करे कन्टेनर से निकालिये और खाइये।










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