DN Exclusive: डीएम-एसपी के कुशल प्रबंधन की वजह से लॉकडाउन की चुनौतियों के बीच सम्पन्न हुई महराजगंज जिले में शांतिपूर्ण वोटिंग
उत्तर प्रदेश का महराजगंज जिला भारत-नेपाल सीमा पर स्थित तो है ही साथ की इसका बिहार सीमा के भी करीब है। श्यामदेउरवां क्षेत्र का बयालिस गांवां का पूरा इलाका काफी संवेदनशील माना जाता है, ऐसे में यहां पर शांतिपूर्ण चुनाव कराना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होता। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:
महराजगंज: पंचायत चुनाव की वोटिंग यूं तो शुरु हुई सोमवार की सुबह सात बजे लेकिन जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार और पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता खुद हर संवेदनशील बूथों का निरीक्षण करने अल सुबह निकल पड़े।
मकसद साफ था जब जिले के सबसे बड़े अफसर खुद चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे तो फिर मातहत सक्रिय रहेंगे ही। इसी का नतीजा था कि जिले में वोटिंग निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संभव हो सकी।
इस बार जिले में चुनाव के साथ-साथ वीकेंड लाकडाउन ने दोहरी चुनौती पैदा कर दी लेकिन इससे भी डीएम एसपी की जोड़ी ने बेहतरीन तरीके से निपटाया।
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लाकडाउन वाली शनिवार की रात खुद सड़क पर दोनों अफसर उतर पड़े।
शनिवार, रविवार और सोमवार इन तीनों दिन डीएम और एसपी जिले भर में भ्रमण कर चौकन्ने दिखे। जब तक वोटिंग समाप्त नही हो गयी तब तक कड़ाके की धूप में गाड़िय़ां ले दौड़ते रहे।
एसपी प्रदीप गुप्ता लगातार वायरलेस पर सुरक्षा व्यवस्था का जिले भर सें ताजा अपडेट लेते रहे ताकि कहीं भी किसी प्रकार की घटना होने पर काबू पाया जा सके तो वहीं जिलाधिकारी उज्ज्वल कुमार अचानक बूथों पर पहुँच लोगों को चौका देते थे।
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पूरे दिन जिले के 122 अति संवेदनशील बूथों पर ड्रोन कैमरों से निगरानी होती रही।
अब सबकी निगाहें टिकी हैं 2 मई की मतगणना पर। यहां पर जिला प्रशासन को एक और बड़ी चुनौती से निपटना होगा।