धनतेरस पर देवी लक्ष्मी को करें खुश, होगी धन की वर्षा

डीएन ब्यूरो

कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस की पूजा की जाती है। धनतेरस पर देवी लक्ष्मी की पूजा से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। धनतेरस के शुभ अवसर पर लोग नए बर्तन, सोना, चांदी खरीदना शुभ मानते हैं। जाने इस पवित्र पर्व की मान्यता..

कुबेर देवता
कुबेर देवता


नई दिल्ली: आज पूरे देश में धनतेरस की धूम मची हुई है। धनतेरस के साथ ही दिवाली की शुरूआत हो जाती है। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को पवित्र पर्व धनतेरस की पूजा की जाती है। धनतेरस पर यूं तो सभी लोग पूजा करते हैं और सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। लेकिन कारोबारियों के लिए इस दिन का खास महत्व है। माना जाता है कि इस दिन लक्ष्मी पूजा से समृद्धि, खुशियां और सफलता मिलती है, जिस वजह से कारोबारी अपने कारोबार के लिए इस दिन विशेष रूप से पूजा-अर्चना करते हैं।

धनतेरस से हिंदू लोग दिवाली के बेहद लोकप्रिय त्योहार की शुरूआत करते हैं। धनतेरस हिंदु परिवारों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि धनतेरस के शुभ दिन पर लोग नए बर्तन, सोना, चांदी खरीदना शुभ मानते हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है, क्योंकि यह कहा जाता है कि देवी लक्ष्मी खुश होकर परिवारों पर धन की वर्षा करती है। इसलिये धनतेरस पर पूजन कर मॉ लक्ष्मी को खुश रखें।

धनतेरस दो शब्दों से मिलकर बना है। धन और तेरस। इसमें तेरस संस्कृति भाषा के त्रयोदस शब्द से बना है, जो हिंदी वर्जन है। कार्तिक कृष्ण पक्ष के त्रयोदशी के दिन इस त्योहार को मनाया जाता है। इस दिन भक्त धनवंतरी और कुबेर देवता की भी पूजा करते हैं। भगवान कुबेर को भी धन का स्वामी माना जाता है। धनतेरस को मनाने के लिए कई पौराणिक कथाएं हैं, जो धनतेरस के मानए जाने के महत्व के बारे में बताती हैं।

पौराणिक कथा के अनुसार कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन धनवन्तरि का जन्म हुआ था। वे अमृत मंथन से उत्पन्न हुए हैं। कहते हैं कि जन्म के समय उनके हाथ में अमृत से भरा हुआ कलश था। यही कारण है कि धनतेरस के दिन भगवान को प्रसन्न करने के लिए बर्तन खरीदा जाता है।
 










संबंधित समाचार