धामी ने श्रमिकों को एक-एक लाख रु के चेक सौंपे

डीएन ब्यूरो

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुरंग से निकाले गए श्रमिकों को ऋषिकेश के एम्स में भर्ती किए जाने से पहले बुधवार को चिन्यालीसौड़ अस्पताल में उनसे मिलकर उनका हालचाल जाना और उन्हें एक-एक लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि का चेक सौंपा । पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

धामी ने श्रमिकों को एक-एक लाख रु के चेक सौंपे
धामी ने श्रमिकों को एक-एक लाख रु के चेक सौंपे


उत्तरकाशी: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुरंग से निकाले गए श्रमिकों को ऋषिकेश के एम्स में भर्ती किए जाने से पहले बुधवार को चिन्यालीसौड़ अस्पताल में उनसे मिलकर उनका हालचाल जाना और उन्हें एक-एक लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि का चेक सौंपा ।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मुख्यमंत्री ने श्रमिकों को निकालने के लिए चलाए गए बचाव अभियान के अंतिम दौर में मलबे में पाइप डालने के लिए 'रैट माइनिंग तकनीक' से हाथ से खुदाई करने वाले श्रमिकों को भी 50-50 हज़ार रुपये की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।

केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसियों द्वारा युद्धस्तर पर चलाए गए बचाव अभियान के जरिए सुरंग में फंसे सभी 41 श्रमिकों को 17 वें दिन मंगलवार रात को सकुशल बाहर निकाल लिया गया था।

सुरंग से बाहर निकाले जाने के बाद उन्हें सिलक्यारा से 30 किलोमीटर दूर स्थित चिन्यालीसौड़ अस्थायी अस्पताल ले जाया गया था जहां उन्हें चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया था । हालांकि, सभी श्रमिक स्वस्थ हैं ।

बाद में श्रमिकों को हेलीकॉप्टर से ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) जे जाया गया है जहां उनका गहन स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।

अस्थायी अस्पताल में भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने एक-एक करके सभी श्रमिकों से उनका हाल-चाल जाना और पीठ थपथपाकर उनका हौसला बढ़ाया । इस दौरान कई श्रमिकों ने बिस्तर से उठकर उनके चरण स्पर्श किए तथा उनका आभार जताया ।

एक श्रमिक ने अपने मोबाइल फोन से मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी भी ली ।

इस दौरान, मुख्यमंत्री ने चंपावत जिले के टनकपुर के रहने वाले श्रमिक पुष्कर सिंह ऐरी की मां से फोन पर बात की और कहा कि सभी श्रमिकों को सकुशल बचाकर राज्य सरकार ने अपना वचन निभाया है।

उन्होंने कहा कि उनका पुत्र सुरक्षित है और बड़े अस्पताल में जांच करवाने के उपरांत उसे घर भेज दिया जाएगा ।

अस्पताल के बाहर आकर उन्होंने श्रमिकों के परिजनों से भी बात की और पूछा कि उन्हें भोजन आदि की कहीं कोई समस्या तो नहीं है।

बाद में मीडिया से बातचीत में धामी ने कहा कि सभी लोग स्वस्थ और प्रसन्न हैं और वे उन्हें सुरंग से बाहर निकालने का प्रयास करने वाले लोगों और एजेंसियों का धन्यवाद कर रहे हैं ।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बचाव अभियान पर लगातार ध्यान दे रहे थे और वह अपने बच्चों की तरह श्रमिकों की चिंता करते रहे, इसके लिए श्रमिकों ने उनका भी आभार व्यक्त किया ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बचाव अभियान में दुनिया के सबसे अच्छे प्रयास किए गए ।

धामी ने श्रमिकों से मुलाकात के दौरान उन्हें एक-एक लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि के चेक भी सौंपे । इस संबंध में, उन्होंने कहा कि सुरंग में फंसे रहने के दौरान 16 दिनों तक उन्होंने हिम्मत बांधी रखी, इसी लिए उन्हें प्रोत्साहन राशि दी गयी है।

धामी ने कहा, “सुरंग हादसे के चलते हम सब इस बार दिवाली नहीं मना पाए और अब सभी श्रमिकों को सुरक्षित निकाले जाने के बाद दिवाली का जश्न मनाया जाएगा।”

उन्होंने श्रमिकों के परिजनों को देहरादून में मुख्यमंत्री आवास में दिवाली मनाने के लिए आमंत्रित भी किया।

चारधाम यात्रा मार्ग पर बन रही साढ़े चार किलोमीटर लंबी सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह जाने से उसमें 41 श्रमिक फंस गए थे जिन्हें युद्धस्तर पर चलाए गए बचाव अभियान के बाद मंगलवार को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।










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