धामी ने सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों से बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया

डीएन ब्यूरो

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में पहुंचकर उसमें फंसे श्रमिकों से बातचीत की और उनका हौसला बढ़ाया । पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

धामी ने श्रमिकों से बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया
धामी ने श्रमिकों से बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया


उत्तरकाशी: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में पहुंचकर उसमें फंसे श्रमिकों से बातचीत की और उनका हौसला बढ़ाया ।

इस बीच,सिलक्यारा में सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए जारी बचाव अभियान के मद्देनजर घटनास्थल के पास मातली में अस्थायी रूप से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय बना दिया गया है ।

सुबह सुरंग के प्रवेश द्वार पर स्थित बाबा बौखनाग के मंदिर पर सिर झुकाते हुए मुख्यमंत्री ने उनसे सभी श्रमिकों के जल्द बाहर आने की प्रार्थना की।

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत) वी के सिंह के साथ बचाव कार्यों का जायजा लेने के बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सुरंग विशेषज्ञ प्रो अर्नोल्ड डिक्स से अभियान के तकनीकी पक्ष के बारे में जानकारी ली।

उसके बाद मुख्यमंत्री ने सुरंग में स्थापित ‘ऑडियो कम्युनिकेशन सेटअप’ के माध्यम से पिछले 11 दिन से अंदर फंसे श्रमिकों से बात की।

उन्होंने श्रमिकों का हाल-चाल लेते हुए उन्हें बताया कि राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है और बचावकर्मी उनके बहुत नजदीक पहुंच चुके हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार धामी ने कहा, ‘‘हम करीब 45 मीटर (मलबे के जरिए) आ चुके हैं। पूरा देश आपके साथ खड़ा है। आप सभी लोग हौसला बनाएं रखें।’’

मुख्यमंत्री ने दो श्रमिकों--गब्बर सिंह नेगी और सबा अहमद से श्रमिकों के बारे में पूछा और सबका मनोबल बनाए रखने के लिए उन दोनों की सराहना की ।

उन्होंने श्रमिकों को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निरंतर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और नियमित रूप से बचाव अभियान की प्रगति की जानकारी ले रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने श्रमिकों को बताया कि उनके सकुशल होने की जानकारी उनके परिवारों से संपर्क कर दे दी गयी है ।

धामी ने बचाव अभियान में दिन-रात जुटे श्रमिकों से भी बात कर उनकी पीठ थपथपाई और कहा कि सुरंग में फंसी बहुमूल्य जिंदगियों को बचाने में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने ‘ड्रिलिंग’ के दौरान पाइप में फंसे धातु के टुकड़ों को पाइप के अंदर रेंगकर काटने के अत्यंत दुष्कर कार्य को सफलता पूर्वक अंजाम देने वाले श्रमिक प्रदीप यादव एवं बलविंदर की भी सराहना की।

इस दौरान उन्होंने सुरंग में फंसे श्रमिकों को भेजे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की भी जांच की।

उन्होंने कहा कि श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालना सब की प्राथमिकता है ।

इस बीच, सिलक्यारा में चल रहे बचाव अभियान के मद्देनजर निकटवर्ती मातली में अस्थायी रूप से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय बना दिया गया है ।

यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, बचाव अभियान के दौरान शासकीय कार्य भी प्रभावित न हों और अभियान की निगरानी भी बेहतर तरीके से हो, इसके मददेनजर मुख्यमंत्री का यह अस्थायी कैम्प कार्यालय स्थापित किया गया है।

बुधवार शाम से मुख्यमंत्री उत्तरकाशी जिले में मौजूद हैं तथा बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। फिलहाल जब तक बचाव अभियान चल रहा है तब तक के लिए मातली में, जहां मुख्यमंत्री ठहरे हुए हैं, वहीं पर अस्थायी रूप से मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बना दिया गया है।










संबंधित समाचार