दिल्ली चिड़ियाघर की कामयाबी में जुड़ा एक और सितारा.. 'रीटा' चिम्पांजी की वजह से लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में जुड़ा नाम

डीएन ब्यूरो

'रीटा' चिम्पांजी की वजह से दिल्ली चिड़ियाघर के नाम एक खास उपलब्धि दर्ज हुई है। दरअसल दिल्ली जू की सबसे बुजुर्ग मेंबर 'रीटा' चिम्पांजी की वजह से दिल्ली चिड़ियाघर का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में जुड़ गया है। डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..

दिल्ली चिड़ियाघर का नाम  लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज
दिल्ली चिड़ियाघर का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज


नई दिल्ली: रीटा भारत की सबसे बुज़ुर्ग चिम्पांजी है। रीटा' चिम्पांजी की वजह से दिल्ली चिड़ियाघर का नाम 'लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड' में जुड़ गया है। इस उपलब्धि पर दिल्ली चिड़ियाघर की निदेशक रेनू सिंह ने यहां आने वाले पर्यटकों और जू के सभी स्टाफ का शुक्रिया अदा दिया। 

दिल्ली चिड़ियाघर को मिली बड़ी कामयाबी

'रीटा' चिम्पांजी दिल्ली चिड़ियाघर की सबसे बुजुर्ग मेंबर है। रीटा की उम्र को ध्यान में रखते हुए उसके खाने-पीने का खासा ध्यान रखा जाता है।  

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'रीटा' चिम्पांजी 

रीटा दिल्ली चिड़ियाघर का अहम हिस्सा है। देशभर के किसी और चिड़ियाघर में इतनी उम्र वाली चिम्पांजी नहीं है। इतनी उम्रदराज होने के बाद भी रीटा एकदम स्वस्थ है और हम कामना करते है कि वो और अधिक जीये। 

'रीटा' चिम्पांजी  के साथ दिल्ली चिड़ियाघर की निदेशक रेनू सिंह

15 दिसंबर 1960 में पैदा हुई रीटा को महज चार साल की उम्र में 27 फरवरी 1964 में ऐम्स्टरडैम जू से दिल्ली जू लाया गया था। तब से रीटा दिल्ली जू की शान बन गई और भारी संख्या में पर्यटक देखने के लिए आते हैं। रीटा के साथ प्रजनन के लिए लंदन जू से मैक्स चिम्पांज़ी को भी लाया गया था, जिनसे 4 बच्चे हुए थे, लेकिन इनमें से एक भी नहीं बच पाया। 5 अप्रैल 1985 को रीटा को प्रजनन के लिए चत्तबीर जू भेजा गया था, इसके करीब 11 साल बाद रीटा 7 नवंबर साल 2006 में वापस दिल्ली जू लाई गई, तब से वो यहां की शान बनी हुई है। 










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