Delhi Jal Board Strike: दिल्ली जल बोर्ड के ठेकेदारों ने शुरू की हड़ताल, राजधानी में हो सकता पेयजल संकट
दिल्ली जल बोर्ड (डीजीबी) ठेकेदार संघ के महासचिव विनय मंगला ने कहा कि बकाए का भुगतान न होने के कारण ठेकेदार सोमवार से हड़ताल पर हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नयी दिल्ली: दिल्ली जल बोर्ड (डीजीबी) ठेकेदार संघ के महासचिव विनय मंगला ने कहा कि बकाए का भुगतान न होने के कारण ठेकेदार सोमवार से हड़ताल पर हैं। उन्होंने दावा किया कि लगभग 1,150 ठेकेदार तब तक अपना काम बंद रखेंगे, जब तक सभी को भुगतान नहीं किया जाता।
उन्होंने कहा, ''यह एक खुली हड़ताल है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि यह एक सप्ताह तक चलेगी।''
दिल्ली जल बोर्ड ठेकेदार कल्याण संघ ने अतिरिक्त मुख्य अभियंता को पत्र लिखकर कहा था कि ठेकेदार बकाए का भुगतान न किए जाने के कारण चल रहे सभी कार्यों को रोक देंगे।
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उन्होंने कहा, 'विस्तृत विचार-विमर्श और कोई विकल्प न मिलने के बाद सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि जल रिसाव, जल संदूषण, जलापूर्ति के रखरखाव सहित अन्य कामों को 27 नवंबर से रोक दिया जाएगा।''
इस साल फरवरी से लंबित बकाये को लेकर 23 नवंबर को संघ की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया। संघ ने कहा कि बकाया राशि प्राप्त होने के बाद ही ठेकेदारों द्वारा काम शुरू किया जाएगा।
डीजीबी के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने कहा कि दिल्ली सरकार पिछले तीन महीनों से बोर्ड के लिए धन जारी कराने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
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भारती ने कहा, 'जल मंत्री ने इस संबंध में वित्त विभाग को बार-बार निर्देशित किया है और यहां तक कि यह सुनिश्चित करने के लिए उपराज्यपाल को भी पत्र लिखा। वित्त मंत्री के निर्देश के बावजूद वित्त विभाग ने पिछले तीन महीनों से धन जारी नहीं किया है।'
दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने दावा किया था कि वित्त विभाग द्वारा दिल्ली जल बोर्ड को धनराशि रोके जाने के कारण शहर 'मानव निर्मित जल संकट' का सामना कर रहा है और उन्होंने इस मामले में उपराज्यपाल वीके सक्सेना से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की थी।
सरकारी सूत्रों मुताबिक, मंत्री ने उपराज्यपाल को लिखे अपने पत्र में आरोप लगाया कि मुख्य सचिव की सलाह पर वित्त सचिव आशीष सी. वर्मा ने अगस्त से दिल्ली जल बोर्ड के सभी फंड रोक दिए हैं।