Sahitya Akademi Award: देश के इन 24 लेखकों को मिला साहित्य अकादमी पुरस्कार, पढ़ें पूरी रिपोर्ट
साहित्य अकादमी ने हिंदी के लिए बद्री नारायण, अंग्रेजी के लिए अनुराधा रॉय और उर्दू के लिए अनीस अशफाक समेत 24 भारतीय भाषाओं के लेखकों को शनिवार को वर्ष 2022 के लिए प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाज़ा। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नयी दिल्ली: साहित्य अकादमी ने हिंदी के लिए बद्री नारायण, अंग्रेजी के लिए अनुराधा रॉय और उर्दू के लिए अनीस अशफाक समेत 24 भारतीय भाषाओं के लेखकों को शनिवार को वर्ष 2022 के लिए प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाज़ा।
इन लेखकों को अकादमी के छह दिवसीय ‘साहित्योत्सव’ के पहले दिन आयोजित कार्यक्रम में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस ‘साहित्योत्सव’ का उद्धाटन केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने किया।
अकादमी की ओर से शनिवार को जारी एक बयान मुताबिक, अकादमी के आज ही संपन्न हुए चुनाव में माधव कौशिक को अध्यक्ष और कुमुद शर्मा को उपाध्यक्ष चुना गया।
बयान के मुताबिक, मेघवाल ने अकादमी की प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद कहा, “हमें समाज में एक ऐसी सकारात्मकता उत्पन्न करनी है जिससे हमारा देश विकासशील की जगह विकसित राष्ट्र की पदवी पा सके।”
संस्कृति राज्य मंत्री ने कहा कि कला और साहित्यिक से जुड़ सभी संस्थानों को समाज में रचनात्मक और सकारात्मक परिवेश बनाएं रखने में सहयोग करना चाहिए।
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शाम में कमानी सभागार में हुए पुरस्कार समारोह में नारायण को हिंदी में उनके कविता संग्रह ‘तुमड़ी के शब्द’ के लिए प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया। रॉय को अंग्रेजी में उनके उपन्यास ‘ऑल द लाइव्स वी नेवर लिव्ड’ के लिए तथा उर्दू में अशफाक को उनके उपन्यास ‘ख्वाब सराब’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
बयान में कहा गया है कि मनोज कुमार गोस्वामी (असमिया), तपन बंद्योपाध्याय (बांग्ला), रश्मि चौधरी (बोडो) और वीणा गुप्ता (डोगरी) को भी साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
बयान के मुताबिक, गुलाम मोहम्मद शेख (गुजराती), मुडनाकुडु चिन्नास्वामी (कन्नड), फरूक़ फयाज़ (कश्मीरी), माया अनिल खंरगटे (कोंकणी), अजित आजाद (मैथिली), एम. थॉमस मैथ्यू (मलयालम), कोइजम शांतिबाला (मणिपुरी), प्रवीण दशरथ बांदेकर (मराठी) और के. बी. नेपाली (नेपाली) को भी साल 2022 के लिए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाज़ा गया।
बयान में कहा गया है कि यह पुरस्कार गायत्रीबाला पंडा (उड़िया), सुखजीत (पंजाबी), जर्नादन प्रसाद पाण्डेय ‘मणि’ (संस्कृत), काजली सोरेन ‘जगन्नाथ सोरेन’ (संताली), कन्हैयालाल लेखवाणी (सिंधी), एम. राजेंद्रन (तमिल), मधुरांतकम नरेंद्र (तेलुगु) को भी प्रदान किया गया है।
इसमें कहा गया है कि कमल रंगा (राजस्थानी) पुरस्कार ग्रहण करने नहीं आ सके।
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साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजे गए लेखक-लेखिकाओं को एक उत्कीर्ण ताम्रफलक, शॉल और एक-एक लाख रुपये की राशि दी गई। समारोह की अध्यक्षता आज चुने गए अकादमी नए अध्यक्ष माधव कौशिक ने की और समापन वक्तव्य नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष कुमुद शर्मा द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस समारोह के मुख्य अतिथि अंग्रेजी के लेखक एवं विद्वान उपमन्यु चटर्जी थे।
अकादमी के सचिव के. श्रीनिवास राव ने बृहस्पतिवार को बताया था कि यह अबतक का सबसे बड़ा ‘साहित्योत्सव’ है जिसमें 40 कार्यक्रम आयोजित होंगे और इनमें 400 से ज्यादा लेखक व विद्वान भाग लेंगे।
सोलह मार्च तक चलने वाले इस ‘साहित्योत्सव’ में देश के पूर्व प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी और उद्योगपति सुनीलकांत मुंजाल के व्याख्यान भी होंगे।