Cricket: वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम ने दिखाई ताकत ,मध्यक्रम को लेकर अधिक स्पष्टता

डीएन ब्यूरो

भारत तीन हफ्ते पहले जब एशिया कप के लिए श्रीलंका पहुंचा था तो उसके कई सवालों के जवाब तलाशने थे। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम ने दिखाई ताकत
वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम ने दिखाई ताकत


कोलंबो: भारत तीन हफ्ते पहले जब एशिया कप के लिए श्रीलंका पहुंचा था तो उसके कई सवालों के जवाब तलाशने थे।

अब जब रोहित शर्मा की टीम श्रीलंका से रवाना हो रही है तो वह विश्व कप की चुनौती के लिए पूरी तरह तैयार है। टीम के मध्यक्रम में अब अधिक स्पष्टता है जबकि उसके पास हर माहौल में अच्छा प्रदर्शन करने वाला गेंदबाजी आक्रमण है।

अगले महीने से होने वाले विश्व कप को देखते हुए भारत के मध्य क्रम की अनिश्चितता को लेकर एशिया कप से पहले सबसे अधिक चर्चा हो रही थी लेकिन लोकेश राहुल की वापसी और मध्य क्रम में विकल्प के रूप में इशान किशन की मौजूदगी ने टीम की चिंताओं को काफी हद तक दूर किया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार राहुल के प्रदर्शन से टीम प्रबंधन विशेष रूप से खुश होगा। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ सुपर चार मुकाबले में शतक जड़ा और इससे भी अधिक महत्वपूर्ण वह जिस भी मैच में खेले उसमें उन्होंने विकेटकीपिंग की।

राहुल ने तेज गेंदबाजी पर गोते लगाते हुए कैच पकड़े जबकि बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव के सामने उनकी विकेटकीपिंग प्रभावशाली थी।

यह स्पष्ट है कि राहुल दोहरी भूमिका का लुत्फ उठा रहे हैं और टीम प्रबंधन ने उनकी भूमिका को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी है।

राहुल ने कहा, ‘‘टीम प्रबंधन ने मुझे बता दिया है कि मेरी भूमिका क्या है- मध्यक्रम में बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग। इसलिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में समय बिताने के दौरान मैंने वहां कोच के साथ विकेटकीपिंग पर काम किया। मैं आश्वस्त था कि मैं टूर्नामेंट में जाकर काम कर सकता हूं।’’

भारत को श्रेयस अय्यर से भी इसी तरह की वापसी की उम्मीद थी लेकिन उनकी फिटनेस का अब भी आकलन हो रहा है।

हालांकि भारतीय टीम इसे लेकर अधिक चिंतित नहीं है क्योंकि अब उनके पास मध्य क्रम में इशान के रूप में विश्वसनीय विकल्प है।

भारत ने ग्रुप मैच में पाकिस्तान के खिलाफ उन्हें पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतारने का जुआ खेला। इस क्रम पर पहली बार बल्लेबाजी करने के बावजूद झारखंड का यह बल्लेबाज उम्मीदों पर खरा उतरा।

बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पाकिस्तान के खिलाफ ग्रुप मैच में अर्धशतक जड़ा और खराब शुरुआत के बाद हार्दिक पंड्या के साथ मिलकर भारतीय पारी को संवारा।

भारत के लिए एकमात्र चिंता स्पिन की अनुकूल पिच पर स्पिनरों का सामना करना है। टीम की इस कमजोरी को एशिया कप के दौरान श्रीलंका और बांग्लादेश के स्पिनरों ने उजागर किया।

एशिया कप में खिताबी जीत के दौरान गेंदबाजों का प्रदर्शन प्रभावशाली रहा।

बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले को छोड़कर भारतीय गेंदबाज प्रभावशाली रहे नजर। उन्होंने अधिक महत्वपूर्ण मैचों में बेहतर प्रदर्शन किया जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ सुपर चार मुकाबला और श्रीलंका के खिलाफ फाइनल भी शामिल है।

कुलदीप ने पाकिस्तान के खिलाफ शानदार गेंदबाजी करते हुए 25 रन देकर पांच विकेट चटकाए। यह 28 वर्षीय गेंदबाज पूरे टूर्नामेंट के दौरान लय में नजर आया और उन्हें श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।

कुलदीप की फॉर्म ने भारतीय गेंदबाजी को एक नया आयाम दिया है जबकि एशिया कप के दौरान तेज गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन किया।

भारत लगभग एक साल में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और हार्दिक पंड्या की तिकड़ी को पहली बार एक साथ उतारने में सफल रहा और इसका शानदार नतीजा मिला।

पीठ की चोट के कारण बाहर बुमाराह जुलाई 2022 के बाद पहली बार एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेलते हुए नजर आए।

अधिकतर बुमराह की छाया में रहने वाले सिराज ने श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में तूफानी गेंदबाजी करते हुए 21 रन देकर छह विकेट चटकाए।

तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में हार्दिक ने भी प्रभावित किया। बल्लेबाजी में गहराई लाने के लिए टीम प्रबंधन को मोहम्मद शमी को बाहर बैठाने का मुश्किल फैसला करना पड़ा।

रोहित ने कहा, ‘‘हमारे गेंदबाजी आक्रमण में विविधता है। वे अलग अलग कौशल लेकर आते हैं और किसी भी हालात में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। इसलिए जब ये सभी एक टीम में होते हैं तो एक कप्तान के रूप में आप आश्वस्त हो जाते हो। ’’

इसी यकीन की बदौलत भारत एशिया कप खिताब जीतने में सफल रहा लेकिन यहां खिताबी जीत विश्व कप में तीसरे खिताब की गारंटी नहीं है।

भारत हालांकि टूर्नामेंट में संतुलित टीम के साथ उतरेगा जो विजयी इकाई बनने के लिए सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है।










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