DN Exclusive: महराजगंज के अनाथ और बेसहारा बच्चों की खुलेगी किस्मत, मुफ्त मिलेगी रहने व पढ़ने की सुविधा

डीएन संवाददाता

महराजगंज के निचलौल में गरीब और बेसहारा बच्चों को रहने व पढ़ने के लिए विशाल आश्रम मिलने वाला है। बाल सभाओं के जरिये आश्रम के लिये बच्चे तलाशे जा रहे हैं। पढें डाइनामाइट न्यूज की ये खास रिपोर्ट

अनाथआश्रम का निर्माण कार्य अंतिम चरण में
अनाथआश्रम का निर्माण कार्य अंतिम चरण में


महराजगंज: निचलौल के बेदौली ग्राम सभा में अनाथ और बेसहारा बच्चों कों रहने व पढने की सुविधाओं जल्द नसीब होने वाली है। यहां पचास डिस्मिल में एक आश्रम का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और बाल सभाओं के आयोजन के जरिये यहां रहने वाली बच्चों की तलाश की जा रही है। 

सिद्धार्थनगर की मुहिम पहुंची महराजगंज

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक इस अनाथ आश्रम के संचालक चंद्रेश शास्त्री है, जिन्होंने कुछ वर्षों पहले पिछडे क्षेत्र सिद्धार्थनगर से अपनी यह मुहिम शुरू की थी और वहां के बाद अब वे महराजगंज में भी गरीबों और बेसहारा बच्चों का सहारा बनेंगे।

जनसहयोग से शुरू हुआ निर्माण कार्य

महराजगंज के निचलौल में महर्षि बावरा शैलेन्द्र ममता गृह नाम से विशाल आश्रम का निर्माण कार्य जोरों पर  है। तीन वर्ष पूर्व आश्रम का निर्माण कार्य जनसहयोग से शुरू किया गया। अब तक इसका बड़ा हिस्सा बनकर तैयार हो चुका है।

हौसलों की उडान और जनता का सहयोग

डाइनामाइट न्यूज की टीम ने इस आश्रम का दौरा किया और इसके बारे में जानकारी जुटाई। चंद्रेश ने हौसलों की उडान भरी तो उन्हें लोगों का भी भरपूर सहयोग मिला। लोगों द्वारा दान दी गई पचास डिसमिल की निजी जमीन पर तीन बडे कमरे, शौचालय, किचन स्टोर बनकर तैयार हो गये हैं।

दान में मिली जमीन

इसके लिए व्यापारी अमित जायसवाल ने 25 डिसमिल जमीन दान दी और जनसहयोग से 25 डिस्मिल की रजिस्ट्री भी करा ली गई है। 

लगातार मिल रहा लोगों की सहयोग

डाइनामाइट न्यूज से बातचीत में आश्रम के संस्थापक चंद्रेश शास्त्री बताते हैं कि इस आश्रम के लिए तत्कालीन एसडीएम प्रमोद कुमार, ग्राम प्रधान प्रेमशीला चैहान, पूर्व सभासद एनामुल्लाह खान, निचलौल इंस्पेक्टर रहे सुधीर सिंह, एएसएसआई सूर्यभान यादव एवं ईंट विक्रेता संघ और समाजसेवियों का सहयोग लगातार मिलता रहा है।

बच्चों की तलाश जोरों पर

चंद्रेश शास्त्री इन दिनों जगह-जगह बाल सभाओं का आयोजन कर बच्चों की तलाश करते हैं।

अब तक 16 बच्चों की तलाश पूरी 

सूरज, चीनक, राजकुमार, चंदन, निखिल, विभा, दीपक जैसे 16 बच्चों की तलाश महराजगंज जनपद में पूरी हो चुकी है। शैक्षणिक कमरों की नींव पड चुकी है। सहयोग की धीमी गति के कारण निर्माण कार्य में विलंब हो रहा है लेकिन जल्द ही यह आश्रम गरीब बच्चों को आश्रय देने लगेगा।










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