Galwan Valley: भारतीय जाबांजों ने ड्रैगन के धोखे का ऐसे दिया मुंहतोड़ जवाब, 5 चीनी सैनिक मरे, पढें..पूरी कहानी

डीएन ब्यूरो

पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में भारत और चीन सीमा पर दोनों सेनाओं के जवानों के बीच हिंसक झड़प होने की खबरों ने तनाव को बढा दिया है। भारतीय सेना ने ड्रैगन के धोखे का मुंहतोड़ जवाब दिया है। पढिये, इस हिंसक झड़प की पूरी कहानी..

फाइल फोटो
फाइल फोटो


नयी दिल्ली: पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में मंगलवार की सुबह भारत और चीन सीमा पर दोनों सेनाओं के जवानों के बीच हिंसक झड़प होने का मामला धीरे-धीरे गरमाता जा रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मामले को लेकर मंगलवार को दो बार बैठकें की। पहली बैठक दोपहर में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की है। शाम को भी दूसरी और अहम बैठक की गयी।

भारत सरकार द्वारा इस मामले में आगे की रणनीति तय की जा रही है। चीन ने भी इस मामले को लेकर अपना पक्ष रखा है और तैवरों में नरमी लाते हुए बातचीत के जरिये मामले को हल करने को प्राथमिकता देने की बात कही है।

भारत चीन सीमा पर मंगलवार सुबह हुए हिसंक झड़प में भारत का एक सैन्य अफसरऔर दो जवान शहीद हो गये। अभी तक प्राप्त रिपोर्टों के मुताबिक भारतीय सेना ने भी धोखेबाज चीन को मुंहतोड़ जवाब दिया। बताया जाता है कि इस झड़प में चीन के भी कम से तीन से पांच सैनिक मारे गये हैं। हालांकि इसकी अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

हालांकि चीन के प्रमुख अखबार ग्लोबल टाइम्स के एडिटर इन चीफ ने इस घटना से जुड़ा एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने इस हिंसक झड़प में चीन को भी क्षति होने की बात स्वीकार की है।  

इस घटने के सामने आने के बाद भारतीय आर्मी के चीफ जनरल एमएम नारावणे ने अपनी पठानकोट विजिट को टाल दिया है।

अधिकतर खबरों में यह कहा जा रहा है कि चीन के जवान भी मारे गए हैं। इस झड़प में चीन ने अपने चार-पांच सैनिक खोए हैं। जिन्हें स्ट्रेचर पर लेकर जाते देखा गया। हालांकि चीनी सैनिकों के मारे जाने की संख्या अभी तक अलग-अलग बतायी जा रही है लेकिन इतना साफ है कि चीन को इस हिंसक झड़प से काफी नुकसान पहुंचा है। 

सेना ने आज एक वक्तव्य जारी कर कहा था कि गलवान घाटी में दोनों सेनाओं के जवानों के पीछे हटने की प्रक्रिया के दौरान सोमवार रात को हिंसक झड़प हुई जिसमें एक अधिकारी और दो जवान शहीद हो गये।

जानकारी के मुताबिक इस घटना के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में सेना के वरिष्ठ नेतृत्व से झड़प के बारे में विस्तार से जानकारी ली और आगे की योजना पर चर्चा की। बैठक में इस घटना के बाद उत्पन्न स्थिति से संबंधित तमाम पहलुओं पर बातचीत की गयी।

सेना ने स्पष्ट किया है कि झडप में दोनों ओर के सैनिक हताहत हुए हैं। हालाकि सेना ने चीन के सैनिकों के हताहत होने की संख्या के बारे में कुछ नहीं कहा है। सेना ने यह भी स्पष्ट किया है कि झडप के दौरान फायरिंग नहीं हुई है। 

भारतीय सेना की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि गलवान घाटी में सोमवार की रात को डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस दौरान भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं। दोनों देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी इस वक्त इस मामले को शांत करने के लिए बड़ी बैठक कर रहे हैं।

 










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