गर्भपात के अधिकार की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका के कई शहरों में रैली निकाली, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

गर्भपात के अधिकार की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को अमेरिका के कई शहरों में रैली निकाली। गर्भपात देशभर में महिलाओं के लिए एक कानूनी विकल्प बना रहे, यह सुनिश्चत करने के लिए प्रदर्शनकारियों ने इसके समर्थन में लड़ाई जारी रखने का संकल्प जताया। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये आखिर क्या है पूरा मामला

गर्भपात के अधिकार की मांग को लेकर निकाली रैली (फाइल फोटो)
गर्भपात के अधिकार की मांग को लेकर निकाली रैली (फाइल फोटो)


शिकागो: गर्भपात के अधिकार की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को अमेरिका के कई शहरों में रैली निकाली। गर्भपात देश भर में महिलाओं के लिए एक कानूनी विकल्प बना रहे, यह सुनिश्चत करने के लिए प्रदर्शनकारियों ने इसके समर्थन में लड़ाई जारी रखने का संकल्प जताया।

गर्भपात के अधिकार के समर्थन में सैकड़ों लोग शिकागो, अटलांटा, ह्यूस्टन और अन्य शहरों में एकत्र हुए। यह प्रदर्शन ऐसे समय में हुआ है, जब अमेरिका के उच्चतम न्यायालय की राय जनता के सामने लीक हो गई है, जिसमें सुझाव दिया गया है कि अदालत 1973 के ‘रो वी वेड’ मामले को पलटने के लिए तैयार है, जिसने देशभर में गर्भपात को वैध कर दिया था।

कोर्ट्स मैटर इलिनोइस के अध्यक्ष कैरोल लेविन ने शिकागो में रैली के दौरान डब्ल्यूएमएक्यू-टीवी से कहा, ‘‘यह सोचने वाली बात है कि महिलाएं क्या कर सकती हैं और क्या नहीं, इसे लोग अब भी नियंत्रित करना चाहते हैं।’’

इलिनोइस के गवर्नर जेबी प्रित्जकर ने रैली में हिस्सा लिया और प्रांत में प्रजनन अधिकारों की रक्षा करने का संकल्प जताया।

गर्भपात का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों ने भी सड़क पर प्रदर्शन किया।

अटलांटा में प्रदर्शनकारियों ने गर्भपात के अधिकारों के पक्ष में हस्ताक्षर अभियान चलाया और शहर के मध्य से होते हुए जुलूस निकाला। प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे, ‘‘न गिरजाघर और न ही राज्य, सिर्फ महिलाएं ही अपने भाग्य का फैसला करेंगी।’’

ह्यूस्टन में हजारों लोगों ने प्रजनन अधिकार रैली में हिस्सा लिया, जिसका शीर्षक ‘डेमोक्रेट बेटो ओ रुर्के’ था।

शीर्षक टेक्सास के गवर्नर के संदर्भ में था। टेक्सास अमेरिका के उन प्रांतों में शामिल है, जो न्यायालय द्वारा गर्भपात के राष्ट्रव्यापी अधिकार को उलटने की स्थिति में खुद गर्भपात पर प्रतिबंध लगा देगा और बलात्कार या अनाचार के लिए कोई अपवाद नहीं छोड़ेगा।

उच्चतम न्यायालय की राय का मसौदा कैसे लीक हुआ, यह पता लगाने के लिए जांच जारी है।  (एपी)










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