चैटजीपीटी क्रांतिकारी, लेकिन कार्यस्थल पर उपयोग संबंधी नियम पर विचार जरूरी

डीएन ब्यूरो

इक्रियर के चेयरपर्सन और जेनपेक्ट के संस्थापक प्रमोद भसीन ने चैटजीपीटी को क्रांतिकारी और बहुत लाभकारी बताया है। हालांकि, उनका कहना है कि कंपनियों और संस्थानों को कार्यस्थल पर कर्मियों द्वारा इसके उपयोग को लेकर जल्द से जल्द नियम और नीतियां बनाने होंगे। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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नयी दिल्ली: इक्रियर के चेयरपर्सन और जेनपेक्ट के संस्थापक प्रमोद भसीन ने चैटजीपीटी को क्रांतिकारी और बहुत लाभकारी बताया है। हालांकि, उनका कहना है कि कंपनियों और संस्थानों को कार्यस्थल पर कर्मियों द्वारा इसके उपयोग को लेकर जल्द से जल्द नियम और नीतियां बनाने होंगे।

प्रौद्योगिकी उद्योग के दिग्गज का यह बयान ऐसे समय में आया है जब एआई चैटबोट उपकरण दुनियाभर में लोकप्रिय हो गया है।

इसे सैन फ्रांसिस्को की कृत्रिम मेधा (एआई) कंपनी ओपनएआई ने तैयार किया है। इसे सवालों के विस्तृत जवाब देने, उपयोगकर्ताओं के संकेतों का जवाब देने और ऑनलाइन सूचना के आधार पर (2021 तक की) यह पटकथा, भाषण, गीत के बोल, गृहकार्य सामग्री, लेख, मार्केटिंग कॉपी, कक्षा निबंध, यहां तक कि शोध पत्र सार का मसौदा तैयार कर सकता है।

भसीन के अनुसार, चैटजीपीटी का उपयोग कई क्षेत्रों में रचनात्मक रूप से किया जा सकता है। लेकिन इसके उपयोग को लेकर कंपनियों और संस्थानों को स्पष्ट नियम और नीतियां बनानी होंगी।










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