बैंक धोखाधड़ी मामले में सीबीआई ने तिरुपति इन्फ्राप्रोजेक्ट्स के अध्यक्ष को गिरफ्तार किया

डीएन ब्यूरो

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 289.15 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी के मामले में तिरुपति इन्फ्राप्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक जगमोहन गर्ग को गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

सीबीआई  (फाइल)
सीबीआई (फाइल)


नई दिल्ली: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 289.15 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी के मामले में तिरुपति इन्फ्राप्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक जगमोहन गर्ग को गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

आरोप है कि कंपनी ने पश्चिमी दिल्ली में एक होटल परियोजना के लिए ली गई ऋण राशि को अवैध रूप से दूसरे काम में लगाया।

उन्होंने बताया कि गर्ग को विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने उन्हें 13 जुलाई तक एजेंसी की हिरासत में भेज दिया।

अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने ऋण राशि को इधर-उधर कर बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और यूको बैंक सहित बैंकों के एक संघ को 289.15 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने के आरोप में 25 मई, 2022 को कंपनी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।

बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले संघ ने 2009 से 2014 के बीच पश्चिम विहार, नयी दिल्ली में वाणिज्यिक स्थल के साथ होटल रैडिसन ब्लू के निर्माण के लिए कंपनी को 300 करोड़ रुपये का मियादी ऋण दिया था।

सीबीआई के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, 'आरोप है कि आरोपी ने ऋणदाता बैंकों को सूचित किए बिना उक्त होटल-सह-वाणिज्यिक भवन के कई वाणिज्यिक/खुदरा/कार्यालय स्थलों को विभिन्न पक्षों को बेच दिया और इन खरीदारों से प्राप्त धन को दूसरे स्थानों पर भेज दिया गया।'

प्राथमिकी दर्ज होने के बाद, संघीय एजेंसी ने पिछले साल 27 मई को आरोपियों के परिसरों की तलाशी ली थी, जहां से कई दस्तावेज बरामद हुए थे।

प्रवक्ता ने कहा, 'जांच के दौरान, सीबीआई ने कई गवाहों, उक्त कर्जदार कंपनी के अधिकारियों, बैंक अधिकारियों आदि से पूछताछ की थी।'

बैंक ऑफ इंडिया ने आरोप लगाया है कि बढ़ते बकाया के कारण 13 दिसंबर, 2021 तक बैंकों को हुआ संचयी घाटा 979 करोड़ रुपये से अधिक का हो गया।

 










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