कैश की किल्लत बरकरार, ATM के चक्कर काटने को जनता लाचार

डीएन ब्यूरो

नोटबंदी के बाद देश की जनता एक बार फिर से बैंक और ATMs के चक्कर काटने को मजबूर है, नकदी की कमी के कारण लोग कई तरह की समस्याओं से जूझ रहे है। पूरी खबर..

एटीएम के बाहर लंबी लाइन
एटीएम के बाहर लंबी लाइन


नई दिल्ली: देशभर में कैश की किल्लत बरकरार है। नकदी की समस्या के कारण लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई जगहों एटीएम में लंबी लाइने लगी है तो कई एटीएम आउट ऑफ कैश है। नोटबंदी के बाद लोगों को दूसरी बार नकदी नकदी के लिये बैंक और ATM के चक्कर काटने पड़ रहे हैं, लेकिन फिर भी उनकी समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है।  

देशभर में हो रही कैश किल्लत के बारे में बताया जा रहा है कि सरकार ने डिजिटल ट्रांजैक्शन को फिर से बढ़ाने के लिए कैश की सप्लाई घटा दी है। आरबीआई के इस फैसले से लोगों को काफी दिक्कतें आ रही है। इसके साथ ही 2,000  के नोटों की छपाई कम कर दी गई है, जिसकी वजह से भी यह समस्या हुई। 

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देश में कैश की कमी को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कहा था कि हमने देश में करेंसी की समीक्षा की है। राज्यों में फिलहाल जरूरत से ज्यादा पैसा उपलब्ध है। कई इलाकों में खपत बढ़ने की वजह से ऐसा हुआ हुआ है। जल्द ही इस समस्या को खत्म कर दिया जाएगा।  

कैश की कमी को लेकर केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री एसपी शुक्ला ने कहा है कि हमारे पास इस समय 1,25,000 करोड़ का कैश है। समस्या ये है कि कुछ राज्यों में कैश कम है, जबकि कुछ राज्यों में ज्यादा है। सरकार ने राज्य स्तर पर कमेटियां बनाईं हैं, वहीं रिजर्व बैंक ने भी कमेटी बनाई है ताकि यह नकदी एक राज्य से दूसरे राज्य भेजी जा सके। देश के उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, गुजरात, दिल्ली समेत कुछ अन्य राज्य इस समय नकदी के संकट से जूझ रहे है।

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