मंदसौर हिंसा में मरने वालों के लिए मुआवजे पर भाजपा नेता ने उठाए सवाल

डीएन संवाददाता

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा ने मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में जान गंवाने वालों के लिए घोषित मुआवजे पर सवाल उठाए हैं।

फाइल  फोटो
फाइल फोटो


भोपाल: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा ने मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में जान गंवाने वालों के लिए घोषित मुआवजे पर सवाल उठाए हैं। इस संबंध में उनका बयान यहां एक समाचार-पत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हवाले से रिपोर्ट के बाद आया है कि हिंसा में अफीम तस्करों का हाथ था। शर्मा ने सवाल किया है कि जब हिंसा में अफीम तस्करों का हाथ था तो मृतकों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा आखिर क्यों दिया जाए?

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के हवाले से यह रिपोर्ट शुक्रवार को प्रकाशित हुई, जिसमें कहा गया है कि प्रदेश के अन्य हिस्सों में किसान आंदोलन का असर नहीं है, वहीं मंदसौर में आंदोलन इसलिए हिंसक हुआ, क्योंकि इसके पीछे अफीम तस्करों का हाथ था। यहां अफीम तस्करों पर कार्रवाई हुई थी, जिस वजह से उन्होंने आंदोलन को हिंसक बनाया।

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इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा ने सवाल किया कि अगर आंदोलन को अफीम तस्करों ने हिंसक बनाया तो पुलिस गोलीबारी में मारे गए लोगों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा क्यों दिया जाए?

रघुनंदन शर्मा ने आगे कहा कि हिंसक आंदोलन के दौरान वाहनों, पुलिस वाहनों, दुकानों में आग लगाई गई। पुलिस चौकी व थाने तक फूंके गए, अधिकारियों से दुर्व्यवहार हुआ। शुरुआत से जिलाधिकारी से लेकर गृह मंत्री तक ने आंदोलन में असामाजिक तत्वों का हाथ होने की बात कही थी। उसके बावजूद मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। इससे असामाजिक तत्वों का मनोबल बढ़ेगा।

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उन्होंने कहा कि सरकार ने एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने का फैसला हड़बड़ी में लिया, इसलिए वह मुख्यमंत्री से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध करेंगे।

उल्लेखनीय है कि राज्य में एक से 10 जून तक किसान आंदोलन हुआ था। इस दौरान मंदसौर में पुलिस की गोलीबारी में पांच और पिटाई से एक किसान की मौत हुई थी। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने और परिवार के एक व्यक्ति को योग्यता के अनुसार नौकरी देने का ऐलान किया है। (एजेंसी)










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