Delhi: सीएम आवास के बाहर भाजपा का अनिश्चितकालीन धरना शुरु, इस्तिफ़े की मांग

डीएन ब्यूरो

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास में 45 करोड़ रुपये के खर्च से किए गए ‘सौंदर्यीकरण’ को लेकर हुए विवाद के बाद सोमवार को उनके आवास के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया।

भाजपा का अनिश्चितकालीन धरना शुरु
भाजपा का अनिश्चितकालीन धरना शुरु


नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास में 45 करोड़ रुपये के खर्च से किए गए ‘सौंदर्यीकरण’ को लेकर हुए विवाद के बाद सोमवार को उनके आवास के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया।

भाजपा ने मुख्यमंत्री से सिविल लाइंस स्थित 6, फ्लैगस्टाफ रोड के आवास के द्वार आम जनता के लिए खोलने का आग्रह किया ताकि लोग खुद उनकी ‘आलीशान जीवनशैली’ को देख सकें, भले ही प्रवेश के लिए टिकट हो।

चांदनी चौक से भाजपा सांसद हर्षवर्धन ने प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करते हुए कहा कि केजरीवाल को अपना ‘बंगला’ आम लोगों के लिए खोल देना चाहिए ताकि वे वहां हुए नवीनीकरण का काम देख सकें।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह प्रवेश टिकट जारी करके भी ऐसा कर सकते हैं।

भाजपा केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (आप) पर हमला बोलते हुए आरोप लगा रही है कि मुख्यमंत्री ने 2020-22 के दौरान अपने आधिकारिक आवास के ‘सौंदर्यीकरण’ पर 45 करोड़ रुपये खर्च किए।

आप नेताओं ने आरोप लगाया है कि भाजपा देश के समक्ष मौजूद वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।

संजय सिंह और राघव चड्ढा सहित पार्टी नेताओं ने इस मामले में केजरीवाल का बचाव किया है और प्रधानमंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के आवासों पर हुए खर्च पर सवाल उठाए।

हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली में सत्ता में आने से पहले केजरीवाल सादगी, छोटे से बंगले में रहने और ‘‘वीआईपी’’ संस्कृति को खत्म करने की बात करते थे, लेकिन आज वह एक भव्य ‘राज महल’ में रहते हैं और 20 वाहनों के काफिले में चलते हैं।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल के आवास के नवीनीकरण में घोटाला हुआ है और इसके लिए उन्हें जेल जाना होगा।

उन्होंने पूछा, ‘‘वह सलाहकार कौन था जिसे नवीनीकरण कार्य के लिए एक करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था?’’

दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने दावा किया कि प्रशासनिक नियमों के अनुसार दिल्ली के मुख्यमंत्री अपने बंगले के सौंदर्यीकरण पर केवल 15 लाख रुपये खर्च कर सकते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, केजरीवाल ने सभी नियमों का उल्लंघन किया और 45 करोड़ रुपये बर्बाद कर दिए। ऐसा करने के लिए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।’’

बिधूड़ी ने आरोप लगाया कि 1993 से दिल्ली में पांच मुख्यमंत्री हुए हैं और उनमें से चार एक ही बंगले में रहे, लेकिन केजरीवाल पांच एकड़ जमीन में फैले ‘महल’ में रह रहे हैं।

पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने कहा कि केजरीवाल ने अपने बंगले पर जनता के 45 करोड़ रुपये ‘बर्बाद’ कर दिए और वह जवाबदेही से भाग रहे हैं।

केशवपुरम और चांदनी चौक जिला इकाइयों के भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी धरने में हिस्सा लिया।










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