अरुणाचल में पेपर लीक मामले को लेकर बंद से सामान्य जनजीवन प्रभावित , जानिये पूरा अपडेट

डीएन ब्यूरो

अरुणाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एपीपीएससी) के प्रश्नपत्र लीक संबंधी कथित घोटाले के खिलाफ कुछ लोगों और संगठनों द्वारा 72 घंटे के बंद के आह्वान के बाद बुधवार को राज्य की राजधानी में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

अरुणाचल में  बंद से सामान्य जनजीवन प्रभावित
अरुणाचल में बंद से सामान्य जनजीवन प्रभावित


ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एपीपीएससी) के प्रश्नपत्र लीक संबंधी कथित घोटाले के खिलाफ कुछ लोगों और संगठनों द्वारा 72 घंटे के बंद के आह्वान के बाद बुधवार को राज्य की राजधानी में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा।

बैंक और शिक्षण संस्थानों के साथ ही सभी कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे, वहीं सरकारी दफ्तरों में उपस्थिति बहुत कम रही। पुलिस और मजिस्ट्रेट के वाहनों को छोड़कर सार्वजनिक एवं निजी परिवहन के सभी वाहन सड़कों से नदारद थे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पुलिस अधीक्षक रोहित राजबीर सिंह ने कहा कि सुबह पांच बजे शुरू हुआ बंद शांतिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने अभी तक कुल 17 लोगों को हिरासत में लिया है। उन्हें अरुणाचल प्रदेश गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 2014 के प्रावधानों के तहत निरुद्ध किया गया है।

सिंह ने कहा, ‘‘बंद के दौरान किसी भी तरह की हिंसा में लिप्त पाये गये लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी है।

राजधानी ईटानगर में मंगलवार रात से इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं।

बंद का आह्वान करने वाले कुछ लोगों को हिरासत में लिये जाने के बाद मंगलवार को भीड़ ने नाहरलागुन थाने के प्रवेश द्वार को तोड़ दिया।

जिला प्रशासन ने बंद को ‘गैरकानूनी’ बताते हुए कहा कि शराब की सभी दुकानों को बंद करने के आदेश दिये गए हैं, वहीं तीन से अधिक लोगों के एक जगह जमा होने पर पाबंदी है।

राज्य के अन्य 11 जिलों में भी बंद का आह्वान किया गया था, लेकिन अधिकारियों के अनुसार केवल ईस्ट कामेंग तथा वेस्ट सियांग जिलों में ही सामान्य जनजीवन पर असर दिखाई दिया।

एपीपीएससी प्रश्नपत्र लीक मामले में सीबीआई ने जांच संभाली है और 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

यह मामला तब सामने आया था, जब सहायक अभियंता (सिविल) पद के लिए हुई परीक्षा में अभ्यर्थी ग्यामर पडांग ने 29 अगस्त, 2022 को ईटानगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी और दावा किया था कि 26 और 27 अगस्त को हुई परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक हुए थे।

पडांग की लंबी बीमारी के बाद गत तीन मई को हैदराबाद के एक अस्पताल में मृत्यु हो गयी।










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