बलरामपुर: दो मौत के बाद जागा स्वास्थ महकमा, अवैध अस्पताल सील
बलरामपुर में दो मौत के बाद स्वास्थ्य महकमा जागा है। झोला छाप डॉक्टर के इलाज से एक महिला और उसके बच्चे की मौत हो गई। अब अधिकारियों ने औपचारिकता पूरी करते हुए अवैध अस्पताल को सील कर दिया है। पढ़िए डायनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बलरामपुर: जिले में अवैध रूप से संचालित अपंजीकृत अस्पताल यादव मेडिकल हॉल /सर्जिकल में एक जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। इसके बाद गठित जांच टीम ने यादव मेडिकल हॉल /सर्जिकल को सील कर दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार मामला थाना गौरा चौराहा क्षेत्र में उतरौला रोड पर अवैध रूप से संचालित अपंजीकृत अस्पताल यादव मेडिकल हॉल /सर्जिकल का है। यहां के संचालक प्रेम कुमार यादव पुत्र राम तीरथ यादव द्वारा गलत तरीके से इलाज किये जाने के बाद सुषमा उर्फ कुसम उम्र लगभग 32 वर्ष पत्नी मनोज यादव उर्फ भोला निवासी ग्राम चौखड़ा गौरा चौराहा जनपद बलरामपुर की (जच्चा-बच्चा) की मृत्यु हो गई। खबर की जानकारी होते ही विभाग की कुंभकर्णी नीद खुली। आनन फानन में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश कुमार रस्तोगी ने अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में एक छह सदस्य टीम का गठन कर जांच के लिए भेजा।
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जांच टीम में सदस्य प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पीएचसी बलरामपुर डॉ. जावेद अख्तर, राजेश कुमार पाण्डेय जिला मलेरिया अधिकारी, अरविंद मिश्रा स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, शिवेंद्र मणि त्रिपाठी डीपीएम, हरियानंद सिंह वरिष्ठ सहायक शामिल थे। मौके पर पहुंचने पर जांच टीम ने देखा कि यादव मेडिकल हॉल/सर्जिकल का संचालक मेडिकल स्टोर की आड़ में दो कमरों में अस्पताल चला रहा था। टीम को अस्पताल संचालक कोई भी अस्पताल से संबंधित प्रपत्र नहीं दिखा पाया। इसके बाद टीम ने पुलिस की मौजूदगी में अस्पताल को सील कर दिया। साथ ही प्राथमिकी दर्ज करने की सूचना गौरा थाने में दी गई।
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