cricket: ऑस्ट्रेलिया को अपने निचले क्रम के बल्लेबाजों का आत्मविश्वास जगाने की जरूरत

डीएन ब्यूरो

ऑस्ट्रेलिया के सहायक कोच डेनियल विटोरी ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के नौ मार्च से यहां शुरू हो रहे चौथे और अंतिम टेस्ट मैच से पहले टीम के निचले क्रम के बल्लेबाजों से अधिक साहसिक प्रदर्शन करने और कुछ उपयोगी रन जुटाने की अपील की है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

ऑस्ट्रेलिया के सहायक कोच डेनियल विटोरी
ऑस्ट्रेलिया के सहायक कोच डेनियल विटोरी


अहमदाबाद: ऑस्ट्रेलिया के सहायक कोच डेनियल विटोरी ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के नौ मार्च से यहां शुरू हो रहे चौथे और अंतिम टेस्ट मैच से पहले टीम के निचले क्रम के बल्लेबाजों से अधिक साहसिक प्रदर्शन करने और कुछ उपयोगी रन जुटाने की अपील की है।

भारत के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने पहले दो टेस्ट मैचों में टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया का आठ से लेकर 11 नंबर तक के बल्लेबाज श्रृंखला में अभी तक केवल पांच रन प्रति पारी की दर से ही रन बना पाए हैं।

कप्तान पैट कमिंस ने दिल्ली में दूसरे टेस्ट मैच में 33 रन बनाए थे। इसी मैच में नाथन लियोन ने 10 रन की पारी खेली थी। ऑस्ट्रेलिया के निचले क्रम के बल्लेबाजों में से केवल यही दो बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे हैं। कमिंस अपनी मां के बीमार होने के कारण ऑस्ट्रेलिया लौट गए हैं जिससे उनकी टीम का निचला क्रम और कमजोर हो गया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार विटोरी ने कहा कि चौथे टेस्ट मैच से पहले टीम प्रबंधन और सहयोगी स्टाफ को निचले क्रम के बल्लेबाजों में अधिक आत्मविश्वास भरना चाहिए।

उन्होंने कहा,‘‘ मेरा मानना है की पैट कमिंस ने दिल्ली में पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी की थी और मुझे लगता है कि निचले क्रम के चार बल्लेबाजों को यह समझ आ गया है कि यह कैसे करना है और वह ऐसा कैसे कर सकते हैं। इसके लिए बस थोड़ा साहस की जरूरत है।’’

विटोरी ने ‘न्यूज़.काम.एयू’ से कहा,‘‘इन परिस्थितियों में जिस तरह से गेंद अधिक टर्न ले रही है और हम जितने अच्छे गेंदबाजों का सामना कर रहे हैं उसे देखते हुए मुझे लगता है कि हम सभी समझते हैं कि रक्षण इससे बाहर निकलने और रन बनाने का तरीका नहीं है।’’

ऑस्ट्रेलिया के लिए वर्तमान श्रृंखला में निचले क्रम के बल्लेबाजों का प्रदर्शन चिंता का विषय रहा है क्योंकि नाथन लियोन, मैट कुह्नमैन, टॉड मर्फी, मिशेल स्टार्क और स्कॉट बोलैंड बल्लेबाजी में योगदान नहीं दे पाए हैं।

दूसरी तरफ अक्षर पटेल, रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ने पहले दोनों टेस्ट मैच में बल्लेबाजी में अहम योगदान दिया। यहां तक कि तीसरे टेस्ट मैच में उमेश यादव ने भी विश्वसनीय बल्लेबाजी की तथा अपनी 17 रन की पारी में एक चौका और दो छक्के लगाए।

विटोरी ने कहा,‘‘ यहां तक कि उमेश यादव की पारी को देखिए। मैं जानता हूं कि निचले क्रम के बल्लेबाजों को इस तरह की आक्रामकता दिखाने का लाइसेंस मिला होता है। इस तरह की बल्लेबाजी अंतर पैदा कर सकती है। हमें अपने निचले क्रम के चार बल्लेबाजों में आत्मविश्वास भरना होगा।’’










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