आखिर अटल अस्थि कलश यात्रा से जुड़ी चिट्ठी को लेकर क्यों भिड़े सिटी मजिस्ट्रेट और एसपी सिटी

डीएन ब्यूरो

अटल अस्थि कलश यात्रा के दौरान हरिद्वार में फैली अव्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी हरिद्वार को भेजे गए कैबिनेट मंत्री के एक पत्र को लेकर पुलिस प्रशासन के बीच स्थिति असहज हो गई है। एसपी सिटी ने उन्हें सीधे पत्र भेजने पर आपत्ति जताई है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट

हरिद्वार में अटल अस्थि कलश यात्रा के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह (फाइल फोटो)
हरिद्वार में अटल अस्थि कलश यात्रा के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह (फाइल फोटो)


हरिद्वारः दिवगंत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा के दौरान फैली अव्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी हरिद्वार को भेजे गए कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के एक पत्र को लेकर पुलिस प्रशासन के बीच असहज स्थिति देखने को मिल रही है। जब सिटी मजिस्ट्रेट से होकर यह पत्र एसपी सिटी को पहुंचा तो उन्होंने इस पर तल्ख टिप्पणी करते हुए लिखा है कि उन्हें ऐसे सीधे पत्र भेजना उचित नहीं है।   

यह भी पढ़ेंः सीएम योगी के पिता इलाज के लिये ऋषिकेश के एम्स में भर्ती

उनसे कोई भी पत्र भविष्य में एसएसपी के माध्यम से ही भेजा जाए। एक तरफ जहां कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने अपने पत्र में अटल अस्थि कलश यात्रा में भारी अव्यवस्था का जिक्र किया है वहीं कलश यात्रा के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था को लेकर एसपी सिटी ने इसे सिरे से नकार दिया है। 

यह भी पढ़ें | सीएम योगी तीन दिन की मॉरीशस यात्रा पर रवाना

इस तरह अधिकारियों के बीच हुई खींचातानी से अब यह मामला राजनीतिक तूल पकड़ने लगा है। बता दें कि अटल अस्ठि कलश यात्रा को लेकर पिछले महीने 19 अगस्त को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अटल जी के परिजन हरिद्वार पहुंचे थे।  

यह भी पढ़ेंः उत्तराखंड विधानसभा में गाय को राष्ट्र माता घोषित करने का संकल्प पारित

 तब कलश यात्रा के दौरान हरकी पौड़ी के पास अव्यवस्था को लेकर गंभीर आरोप लगे थे। जिसमें शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक निशाने पर आए थे। इस पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अस्थि कलश यात्रा में भगदड़, अराजकता और अव्यवस्था के आरोप लगाए थे।  

यह भी पढ़ें | हरिद्वार से शुरू हुई वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा, राजनाथ सिंह और अमित शाह मौजूद

यह भी पढ़ेंः जानिये क्या है उत्तराखंड का एनएच-74 घोटाला?

अब अधिकारियों के बीच हुई इस खींचतान को लेकर एसएसपी हरिद्वार कृष्ण कुमार वीके का कहना है कि फिलहाल मामला उनके संज्ञान में नहीं है। अगर सिटी मजिस्ट्रेट ने एसपी सिटी को पत्र लिखा है तो यह उन्हें प्रोपर चैनल नहीं लिखा गया है। वहीं सिटी मजिस्ट्रेट हरिद्वार मनीष कुमार सिंह का कहना है कि जो पत्र लिखा गया था उसका जवाब मिल गया है यह प्रशासनिक प्रक्रिया का सामान्य पत्राचार था। 










संबंधित समाचार