झूठा निकला था शंकर चरण त्रिपाठी पर रेप का आरोप
जबसे राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने ज्योतिषी डा. शंकर चरण त्रिपाठी को अपनी पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया है तबसे वे चर्चा में बने हुए हैं। शंकर चरण पर तीन साल पुराने रेप के एक केस को लेकर हमला बोला जा रहा है। क्या था पूरा मामला.. पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में..
पटना: तीन दिन पहले लखनऊ के एक ज्योतिषाचार्य डा. शंकर चरण त्रिपाठी को राष्ट्रीय जनता दल का प्रवक्ता बनाया गया। जैसे ही इसका ऐलान पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने पटना में एक प्रेस कांफ्रेस में किया इसके बाद से ही लालू पर जदयू औऱ भाजपा के नेताओं ने हमला बोलना शुरु कर दिया कि रेप के आरोपी को क्यों उन्होंने पार्टी में जगह दी?
डाइनामाइट न्यूज़ ने जब इस रेप केस की कुंडली को खंगाला तो पता चला कि यह उनके बड़े लड़के की शादी से जुड़ा मामला है। स्थानीय निवासियों के मुताबिक तीन साल पहले शंकर चरण के बड़े लड़के का विवाह लखनऊ की एक लड़की से हुआ। शादी के कुछ दिन बाद से ही बहु के घर वालों का हस्तक्षेप ससुराल में शुरु हो गया। बहु व उसके परिवार की निगाह शंकर चरण के वृंदावन कालोनी के मकान पर लग गयी।
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मकान की लालच में दर्ज कराया झूठा मुकदमा
मां-बाप के उकसावे में आकर बहु ये मकान अपने भाई के नाम से करने की जिद करने लगी। जब उसकी बात नही मानी गयी तो उसने अलग होने व फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दी। हुआ भी यही, बहु ने लखनऊ के महिला थाने में कोर्ट से 156(3) के तहत झूठे शपथ पत्र के आधार पर आदेश कराकर 19 जनवरी 2015 को मुकदमा अपराध संख्या 05/2015 के अंतर्गत धारा 498A, 323, 504, 506, 377 भादवि और 3/4 डीपी एक्ट में शंकर चरण, उनके लड़कों सौरभ, गौरव, बेटी और नौकर के खिलाफ फर्जी मुकदमा पंजीकृत करा दिया। एक साथ घर के आधा दर्जन पुरुष व महिला सदस्यों पर दर्ज मुकदमा शुरुआत से ही संदेह के घेरे में था।
पुलिस की विवेचना में फर्जी निकला रेप केस
लखनऊ पुलिस के मुताबिक इस मुकदमे को विवेचक ने जांच में पूरी तरह से फर्जी पाया और फिर जाकर स्पंज किया।
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झूठा शपथ पत्र देकर किया न्यायालय को गुमराह
यही नही लखनऊ की ACJM कोर्ट में बहु ने झूठा शपथ पत्र और झूठी मेडिकल रिपोर्ट के सहारे 156(3) में आदेश कराकर अप्राकृतिक संबंध जैसा झूठा और घिनौना आरोप, एक साथ परिवार के आधा दर्जन पुरुषों व महिलाओं पर लगाकर डा. त्रिपाठी के परिवार को बदनाम करने का प्रयास किया लेकिन ससुराल वालों का यह दांव खुद उल्टा पड़ गया। झूठा शपथ पत्र देकर न्यायालय को गुमराह करने वाली बहु को लखनऊ की ACJM कोर्ट ने धारा 340 व 341 में बतौर आरोपी मान मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरु कर दी।
विरोधियों के आरोपों में नही है कोई दम
अब इसी झूठे रेप केस के सहारे जदयू औऱ भाजपा के नेता शंकर चरण व लालू यादव को घेरने का प्रयास कर रहे हैं।