अखिलेश यादव ने खाई गंगा मइया की कसम, कहा सत्ता में आए तो जाति के आंकड़े कर देंगे सार्वजनिक

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रयागराज कुंभ में डुबकी लगा रहे है और गंगा मइया की कममें भी खा रहे हैं। अखिलेश यादव ने क्यों खाई गंगा मइया की कसम पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में…

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 28 January 2019, 6:20 PM IST
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प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रयागराज कुंभ में डुबकी लगा रहे है और गंगा मइया की कममें भी खा रहे हैं। दरअसल अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार से संगम किनारे का किला प्रदेश सरकार को दान देने की मांग की है। इस दौरान उनके साथ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि भी थे।

 

अखिलेश यादव ने कल नरंजनी अखाड़े में श्रीमहंत स्वामी नरेंद्र गिरि से आशीर्वाद लिया और यहां उन्होंने कहा कि कुंभ की परंपरा को सम्राट हर्षवर्धन ने आगे बढ़ाया। हजारो सालो से यह परंपरा चली आ रही है। हर्षवर्धन यहां आते थे और सब कुछ दान में देकर चले जाते थे। अब केंद्र सरकार को किला प्रदेश सरकार को दान में देना चाहिए क्योंकि अक्षयवट देखने का मौका मिल रहा है और गंगा-यमुना भी सामने हैं लेकिन सरस्वती नहीं दिखाई दे रही है वह किले में कैद हैं।

वहीं समाजवादी पार्टी पर जातिगत राजनीति के आरोप लगाए जाने के बारे में अखिलेश यादव से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मै गंगा मइया कि कसम खाता हूं कि अगर जनता ने सपा सरकार बनवाई तो हम जाति के आंकड़े सार्वजनिक कर देंगे। किस जाति की जनसंख्या कितनी है यह पता चलेगा, ताकि लोग एक दूसरे के प्रति नफरत न फैलाएं।

सपा नहीं करती जाति की राजनीति

इसी के साथ उन्होंने कहा कि सपा पर आरोप लगाया जाता है कि सपा ने यादवों का भला किया। सपा जाति की राजनीति नहीं करती। अब भाजपा सरकार है, सभी जातियों की गणना करा ली जाए सब सच सामने आ जाएगा कि कहां कितने यादवों को नौकरी मिली, पता चल जाएगा।
 

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