

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज भाजपा पर जमकर निशाना साधा। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
आजमगढ़: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज आजमगढ़ में एक निजी कार्यक्रम के दौरान भाजपा और योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर लोकतंत्र को कमजोर करने और संवैधानिक संस्थाओं को दबाने का आरोप लगाया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, कार्यक्रम में बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि आजमगढ़ से उनका गहरा नाता है। उन्होंने कहा, "जब भी लोकतंत्र पर संकट आया, आजमगढ़ की जनता ने संविधान बचाने के लिए मजबूती से साथ दिया। PDA यानी पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की लड़ाई को हम आगे बढ़ाते रहेंगे।"
डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर लिए गए संकल्प का ज़िक्र करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि समाज में प्रभुत्वशाली ताकतों से मुकाबला कर सामाजिक न्याय की स्थापना का उनका संघर्ष लगातार जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि संविधान सभी के लिए संजीवनी है और आज तक देश में लोगों का सम्मान केवल बाबा साहब के संविधान की बदौलत ही सुरक्षित है।
योगी सरकार पर हमला
प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि योगी सरकार लैंड बैंक बनाने की बात तो कर रही है, लेकिन अब तक वह उसे बना नहीं पाई। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "जो सरकार लैंड बैंक नहीं बना सकी, वो निवेश कैसे लाएगी?"
उन्होंने यूपी में कस्टोडियल डेथ के मामलों पर भी चिंता जताई और कहा कि आजमगढ़ में बाथरूम में हुई एक युवक की संदिग्ध मौत इसका उदाहरण है।
भाजपा और पुलिस पर गंभीर आरोप
अखिलेश यादव ने भाजपा की तुलना हिटलर की राजनीति से करते हुए कहा, "जिस तरह हिटलर अपने ट्रूपर वर्दी में रखता था, उसी तरह आज भाजपा की ट्रूपर पुलिस बन गई है।" उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा से राजनीतिक रूप से लड़ना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है, क्योंकि सरकार हर संस्था को अपने पक्ष में कर रही है।
भाजपा पर अंबेडकर जयंती की राजनीति का आरोप
अंबेडकर जयंती पर भाजपा द्वारा किए गए आयोजनों को लेकर उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर भाजपा को 400 सीटें मिल गई होतीं, तो देश की सड़कों पर तलवारें और राइफलें लहराई जा रही होतीं। उन्होंने आगरा की एक घटना का हवाला देते हुए कहा कि ऐसी मानसिकता देश के लिए खतरनाक है।
दिल्ली सीएम के बयान पर प्रतिक्रिया
दिल्ली मुख्यमंत्री के एक हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी भाषा उचित नहीं थी। उन्होंने कहा, "हम संविधान में विश्वास रखते हैं और जनता ने दिखा दिया कि लोकतंत्र की ताकत क्या होती है।"
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