आरक्षण को लेकर बड़ी ख़बर: यूपी सरकार ने 17 जातियों को अनुसूचित जाति की सूची में डाला

उत्तर प्रदेश की सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए अति पिछड़ा वर्ग की 17 जातियों को अनुसूचित जातियों की सूची में डाल दिया है। इसे सरकार का पिछड़ी जातियों को लुभाने के बड़े फैसले के तौर पर देखा जा रहा है। वैसे योगी सरकार का इन जातियों को एससी सूची में डालने के पीछे तर्क यह है कि ये वह जातियां हैं जो सामाजिक और आर्थिक रूप से काफी पिछड़ी हुई हैं। किन-किन जातियों को सूची में किया गया है शामिल जानने के लिए पढ़ें डाइनामइट न्‍यूज़ की पूरी खबर..

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 28 June 2019, 7:54 PM IST
google-preferred

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने 17जातियों को अनुसूचित जातियों की सूची में डाल दिया है। राज्यपाल ने यूपी लो.से. अधिनियम,1994 की धारा 13 के अधीन शक्ति‍ का प्रयोग करके इसमें संशाेधन करके अति पिछड़ा वर्ग की 17 जातियों को अनुसूचित जातियों की लिस्ट में डाल दिया है।

यह अति पिछड़ी जातियां हैं- निषाद, बिन्द, मल्लाह, केवट, कश्यप, भर, धीवर, बाथम, मछुआरा, प्रजापति, राजभर, कहार, कुम्हार, धीमर, मांझी, तुरहा और गौड़।

यह भी पढ़ें: शिक्षकों के लिए दो सौ अंक के रोस्टर पर अध्यादेश लाएगी सरकार..50 नये केन्द्रीय विद्यालय खोलने का भी निर्णय

योगी आदित्यनाथ सरकार काफी लंबे समय से इन 17 अन्य पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति की लिस्ट में डालने का प्रयास कर रही थी। योगी सरकार का इन जातियों को एससी लिस्ट में डालने के पीछे तर्क ये है कि यह जातियां हैं जो सामाजिक और आर्थिक रूप से काफी पिछड़ी हुई हैं। अन्य पिछड़े वर्ग में रहने के बावजूद इनके जीवन स्तर में कोई सुधार नहीं हुआ है। इससे पहले सपा और बसपा की सरकारों ने भी ऐसा करने का प्रयास किया था लेकिन वो कामयाब नहीं हो पाए थे।

Published : 

No related posts found.