

इंग्लैंड सीरीज से पहले विराट कोहली के अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ने सभी को चौंका दिया है। पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी का मानना है कि कोहली को शायद टीम इंडिया में अपनी अहमियत कम लगने लगी थी। उन्होंने कहा कि कोहली आसानी से 3-4 साल और टेस्ट खेल सकते थे।
विराट कोहली (Img. Internet)
New Delhi: इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज से ठीक पहले विराट कोहली के अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा ने क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। कोहली की फिटनेस और हालिया प्रदर्शन को देखते हुए किसी को भी इस फैसले की उम्मीद नहीं थी। कई फैंस आज भी इस बात पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि भारतीय टेस्ट टीम की रीढ़ माने जाने वाले कोहली अब लंबे प्रारूप में नजर नहीं आएंगे।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और वर्तमान में राजनेता मनोज तिवारी ने कोहली के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह चौंकाने वाला कदम था। उन्होंने क्रिकट्रैकर से बातचीत में कहा, “मुझे नहीं पता पर्दे के पीछे क्या हुआ, लेकिन ऐसा लगता है कि विराट को टीम में अपनी अहमियत कम लगने लगी थी। शायद उन्हें यह महसूस हुआ कि अब वो उस तरह से टीम की प्राथमिकता नहीं हैं।” तिवारी का मानना है कि कोहली अब इतने परिपक्व हो चुके हैं कि वह सार्वजनिक रूप से इस फैसले के पीछे की भावनाएं नहीं जाहिर करेंगे।
तिवारी ने यह भी जोड़ा कि कोहली की फिटनेस और समर्पण को देखते हुए वह आसानी से 3 से 4 साल और टेस्ट क्रिकेट खेल सकते थे। उन्होंने कहा, “ये फैसला मेरे जैसे लाखों क्रिकेट फैंस के लिए बहुत ही चौंकाने वाला रहा। हमें यही पता था कि वो इंग्लैंड सीरीज़ की तैयारी कर रहे हैं और शारीरिक रूप से बिल्कुल फिट हैं।”
विराट कोहली (Img. Internet)
कोहली पहले ही टी20 इंटरनेशनल से संन्यास ले चुके हैं, और अब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को भी अलविदा कह दिया है। हालांकि, वह वनडे फॉर्मेट में भारत के लिए खेलना जारी रखेंगे। यह साफ संकेत है कि कोहली अब अपने करियर के अंतिम चरण में सीमित ओवर के प्रारूप पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
विराट कोहली ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था और कुल 123 टेस्ट मैच खेले। उन्होंने 210 पारियों में 9230 रन बनाए, जिसमें 31 अर्धशतक, 30 शतक और 7 दोहरे शतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 254* रन रहा। साथ ही उन्होंने 1027 चौके और 30 छक्के लगाए, जो उनके आक्रामक लेकिन तकनीकी बल्लेबाजी कौशल को दर्शाते हैं।
हालांकि कोहली अब टेस्ट क्रिकेट का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन उनका योगदान और अचानक लिया गया फैसला क्रिकेट हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि वह वनडे फॉर्मेट में कैसे वापसी करते हैं और भविष्य में क्या भूमिका निभाते हैं।
Beta feature