New Delhi: भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी (NEUFC) को डूरंड कप जीतने पर सम्मानित किया। डूरंड कप एशिया का सबसे पुराना फुटबॉल टूर्नामेंट है, जिसकी शुरुआत 1888 में हुई थी।
राष्ट्रपति मुर्मू ने किया सम्मानित
इस ऐतिहासिक टूर्नामेंट को जीतकर नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी ने न केवल खुद के लिए, बल्कि पूर्वोत्तर भारत के लिए भी गर्व का क्षण पैदा किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विजेता टीम को डूरंड कप की तीन प्रतिष्ठित ट्रॉफियों में से एक, ‘प्रेसिडेंट्स कप’ प्रदान किया। यह ट्रॉफी उस टीम को दी जाती है जो टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करती है और खेल भावना का उदाहरण प्रस्तुत करती है।
Members of the North East United Football Club, who won the President’s Cup of the Durand Cup Tournament, 2025, called on President Droupadi Murmu at Rashtrapati Bhavan.
The President handed over the President’s Cup trophy to Shri John Abraham, Owner of the North East United… pic.twitter.com/RsljR08jrZ
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 27, 2025
प्रेसिडेंट्स कप का ऐतिहासिक महत्व
प्रेसिडेंट्स कप की स्थापना 1956 में भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी। यह ट्रॉफी भारतीय फुटबॉल में उत्कृष्टता, सम्मान और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक मानी जाती है। इसका गहरा संबंध डूरंड कप की विरासत से भी है, जो भारतीय सेना और फुटबॉल इतिहास दोनों से जुड़ा हुआ है। राष्ट्रपति द्वारा प्रदान की जाने वाली इस ट्रॉफी को पाना किसी भी फुटबॉल क्लब के लिए एक अत्यंत सम्मानजनक उपलब्धि होती है।
टीम के प्रमुख सदस्यों को मिला विशेष सम्मान
समारोह के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी के मालिक और प्रसिद्ध अभिनेता जॉन अब्राहम, टीम के कप्तान रिडीम त्लांग, और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मंदार तम्हाणे को व्यक्तिगत रूप से ट्रॉफी भेंट की। इस अवसर पर डूरंड फुटबॉल टूर्नामेंट सोसाइटी और आयोजन समिति के कई वरिष्ठ सदस्य और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे। राष्ट्रपति ने टीम के समर्पण, अनुशासन और प्रदर्शन की सराहना की और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
समारोह का गरिमामय समापन
यह सम्मान समारोह एक प्रेरणादायक और गौरवपूर्ण आयोजन था, जो राष्ट्रपति भवन की भव्यता में और भी विशेष बन गया। कार्यक्रम का समापन विजेता टीम और आयोजन समिति के सदस्यों की राष्ट्रपति मुर्मू के साथ ली गई एक स्मृति चित्र के साथ हुआ। यह क्षण न केवल खिलाड़ियों के लिए, बल्कि भारतीय फुटबॉल के लिए भी ऐतिहासिक रहा।
NEUFC की यह जीत निश्चित रूप से पूर्वोत्तर भारत में फुटबॉल को नई ऊर्जा देगी और युवाओं को खेल की ओर प्रेरित करेगी। यह उपलब्धि राष्ट्रीय स्तर पर फुटबॉल की प्रतिष्ठा को और ऊंचाई तक ले जाने का कार्य करेगी।