Mumbai: रणजी ट्रॉफी 2025 के एलीट ग्रुप डी में मुंबई ने हिमाचल प्रदेश के खिलाफ अपने अभियान की दमदार शुरुआत की। भले ही शुरुआती झटकों से टीम थोड़ी लड़खड़ाई, लेकिन युवा बल्लेबाज मुशीर खान ने शानदार शतक लगाकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। एक समय मुंबई का स्कोर 73 रन पर चार विकेट था, लेकिन मुशीर ने डटकर बल्लेबाजी की और अपनी पारी को शतक में बदला। हालांकि, इस शतक के पीछे एक भावनात्मक कहानी भी छिपी थी।
शतक के बाद मुशीर हुए इमोशनल
मुशीर खान के लिए यह शतक बेहद खास रहा, लेकिन इसे बनाना उनके लिए आसान नहीं था। दरअसल, हिमाचल के खिलाफ मैच से एक दिन पहले, यानी 8 नवंबर को, उन्हें अपने मामा के निधन की दुखद खबर मिली थी। मुशीर अपने मामा के बेहद करीब थे और इस सदमे से वह गहराई से प्रभावित हुए।
🔥 Unbelievable Grit from Musheer Khan! 💔
Just hours after losing his beloved uncle, 20-year-old Musheer Khan walked onto the field for Mumbai’s Ranji Trophy clash — and smashed a heroic century (112 off 162) instead of staying home in grief.
No celebrations. No fist pumps. Just… pic.twitter.com/BpHIoaHNFx
— Sporttify (@sporttify) November 9, 2025
इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और मैदान पर उतरने का फैसला किया। भारी मन से खेलते हुए उन्होंने 162 गेंदों पर 14 चौकों की मदद से 114 रनों की पारी खेली। शतक पूरा करने के बाद वह भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े। यह पारी उनके मानसिक साहस और समर्पण की मिसाल बन गई।
मुंबई की बल्लेबाजी शुरुआत में रही कमजोर
मुंबई के कप्तान शार्दुल ठाकुर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन टीम की शुरुआत निराशाजनक रही। सलामी बल्लेबाज आयुष म्हात्रे सिर्फ 9 रन बनाकर आउट हो गए, जबकि वरिष्ठ खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे महज 2 रन ही जोड़ पाए। इसके बाद हिमांशु सिंह बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। टीम की हालत 73 रन पर चार विकेट गिरने तक बेहद खराब थी, लेकिन मुशीर ने पारी को संभालते हुए टीम को संकट से बाहर निकाला।
सिद्धेश लाड का भी शानदार शतक
मुशीर खान के अलावा, मुंबई के अनुभवी बल्लेबाज सिद्धेश लाड ने भी शानदार प्रदर्शन किया। छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए लाड ने 260 गेंदों पर 18 चौकों और एक छक्के की मदद से 127 रनों की शानदार पारी खेली। उन्होंने मध्य क्रम में टिककर बल्लेबाजी की और मुशीर के आउट होने के बाद पारी को संभाले रखा। उनकी यह पारी मुंबई के स्कोर को 300 के पार ले जाने में अहम साबित हुई।
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निचले क्रम का योगदान और टीम की स्थिति
मुंबई के लिए निचले क्रम के बल्लेबाजों ने भी अच्छा योगदान दिया। आकाश आनंद और शम्स मुलानी ने मिलकर टीम के स्कोर को स्थिरता दी और साझेदारी निभाई। इन बल्लेबाजों की पारियों के दम पर मुंबई की टीम ने पहली पारी में मजबूत स्कोर खड़ा किया।

