

श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली पंजाब की टीम के पास यह सुनहरा मौका था, लेकिन कुछ अहम खिलाड़ियों के कमजोर प्रदर्शन ने टीम की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
श्रेयस अय्यर (सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: आईपीएल 2025 के रोमांचक फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने मंगलवार 3 जून को पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर इतिहास रच दिया। यह आरसीबी की पहली आईपीएल ट्रॉफी थी, जबकि पंजाब किंग्स एक बार फिर खिताब से चूक गई। श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली पंजाब की टीम के पास यह सुनहरा मौका था, लेकिन कुछ अहम खिलाड़ियों के कमजोर प्रदर्शन ने टीम की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, फाइनल मैच में पंजाब को 191 रनों का लक्ष्य मिला, लेकिन टीम 184 रन ही बना सकी। आइए जानते हैं पंजाब की हार के 5 सबसे बड़े दोषी कौन रहे।
धीमी बल्लेबाजी ने बढ़ाया दबाव
पंजाब किंग्स की ओपनिंग बल्लेबाजी की शुरुआत बेहद धीमी रही। प्रभसिमरन सिंह ने 22 गेंदों पर सिर्फ 26 रन बनाए, जिसमें 2 छक्के शामिल थे, लेकिन बाकी 20 गेंदों पर सिर्फ 14 रन ही बने। इस धीमी शुरुआत का असर टीम के रन रेट पर साफ दिखाई दिया। जब शुरुआती ओवरों में हावी होने का समय था, तो पंजाब ने वहीं मौका गंवा दिया।
कप्तान का फ्लॉप शो
श्रेयस अय्यर का बल्ला पूरे सीजन खूब बोला, लेकिन सबसे अहम मैच में वे पूरी तरह से फेल हो गए। जब प्रभसिमरन आउट हुए, तब स्कोर 72/2 था और पंजाब अच्छी स्थिति में था। लेकिन कप्तान अय्यर सिर्फ 1 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उनके जल्दी आउट होने से मिडिल ऑर्डर पर दबाव बढ़ गया और रन रेट गिरता चला गया।
मिडिल ऑर्डर में सुस्ती
नेहल वढेरा से टीम को मिडिल ऑर्डर में स्थिरता की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने 18 गेंदों में सिर्फ 15 रन बनाए। उनके धीमे खेल ने टीम के रन रेट पर और भी ज्यादा असर डाला। वढेरा न सिर्फ एक छोर संभाले रखने में नाकाम रहे, बल्कि साझेदारी भी नहीं निभा पाए। उनकी पारी ने पंजाब की स्थिति को और कमजोर कर दिया।
गैरजिम्मेदाराना शॉट ने फंसा दिया मैच
स्टोइनिस जैसे विस्फोटक बल्लेबाज को अंत में तेज पारी खेलने की जरूरत थी। उन्होंने पहली गेंद पर शानदार छक्का लगाकर उम्मीद जगाई, लेकिन अगली ही गेंद पर लापरवाही भरा शॉट खेल दिया। भुवनेश्वर कुमार की धीमी गेंद को वे ठीक से पढ़ नहीं पाए और कैच आउट हो गए। उनका विकेट पंजाब के लिए निर्णायक साबित हुआ।
महंगा साबित हुआ
जेमीसन ने भले ही 3 विकेट लिए हों, लेकिन उन्होंने 4 ओवर में 48 रन दिए। उनका इकॉनमी रेट 12 का रहा, जिससे आरसीबी को बड़ा स्कोर बनाने में मदद मिली। फाइनल जैसे बड़े मैच में अगर गेंदबाज इतनी महंगी गेंदबाजी करे तो यह किसी भी टीम के लिए नुकसानदेह होता है और पंजाब के साथ भी ऐसा ही हुआ।