Mumbai: आईसीसी महिला विश्व कप 2025 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया। भारत ने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर पहली बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। लेकिन इस सफलता के पीछे केवल अभ्यास और मेहनत नहीं, बल्कि टीम की आध्यात्मिक तैयारी भी थी।
टूर्नामेंट शुरू होने से पहले, भारतीय महिला टीम ने बाबा महाकाल के दर्शन किए और भस्म आरती में भाग लेकर जीत का आशीर्वाद लिया। कप्तान हरमनप्रीत कौर, उप-कप्तान स्मृति मंधाना और पूरी टीम ने इस अवसर पर भक्ति भाव से पूजा अर्चना की।
Har Har Mahadev 🔱
🏆 CHAMPIONS OF THE WORLD! 🇮🇳
Team India defeats South Africa in the finals – what a performance, what a journey! From start to finish, pure dominance.
The trophy finally comes home!🔥
Jai ho Mahakal 🙏🏻 🚩🚩🚩#INDWvsSAW #CWC2025 pic.twitter.com/fZZtRZB2qx
— Mahesh Bhavsar (@imaheshbhavsar) November 2, 2025
भस्म आरती में भाग लिया
भारतीय टीम की खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ ने 15 अक्टूबर की सुबह श्री महाकालेश्वर मंदिर में आयोजित भस्म आरती में भाग लिया। इस अवसर पर मंदिर प्रबंधन समिति के उप प्रशासक एस.एन. सोनी ने टीम का स्वागत किया।
इस आयोजन में कप्तान हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना, दीप्ति शर्मा, शेफाली वर्मा, रेणुका सिंह ठाकुर, अरुंधति रेड्डी, राधा यादव और अन्य खिलाड़ियों के साथ कोचिंग स्टाफ भी मौजूद थे। सभी ने भस्म अर्पित करने की रस्म निभाई, तिलक लगाया और बाबा महाकाल के आशीर्वाद से टीम की सफलता की कामना की।
भारतीय टीम महाकाल की भक्ति में हुई लीन
भस्म आरती के दौरान टीम ने नंदी हॉल से बाबा महाकाल के निराकार से साकार रूप में परिवर्तन को देखा। उन्होंने ताली बजाकर और भक्ति भाव से पूजा की। इस आध्यात्मिक अनुभव ने टीम को मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत किया, जो बाद में टूर्नामेंट में उनके प्रदर्शन में भी दिखाई दिया। खिलाड़ियों ने कहा कि यह आशीर्वाद उनके लिए प्रेरणा और आत्मविश्वास का स्रोत बना।
महाकाल का आशीर्वाद
महिला क्रिकेट विश्व कप में भारत की टीम ने कुछ शुरुआती मैच हारने के बावजूद हार नहीं मानी। इंदौर पहुँचने पर टीम की हालत कमजोर थी, लेकिन भस्म आरती और बाबा महाकाल के दर्शन ने खिलाड़ियों को नई ऊर्जा और आत्मविश्वास दिया। इसके बाद टीम ने सेमीफाइनल में शानदार जीत दर्ज की और फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर इतिहास रच दिया।
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आध्यात्मिक तैयारी से मिली जीत की शक्ति
टीम इंडिया की यह जीत केवल खेल की कड़ी मेहनत का परिणाम नहीं थी, बल्कि आध्यात्मिक तैयारी और विश्वास का भी प्रमाण है। भस्म आरती और बाबा महाकाल का आशीर्वाद खिलाड़ियों के लिए मानसिक शक्ति, संयम और धैर्य का स्रोत बन गया। इस सफलता ने साबित किया कि भारतीय महिला टीम ने कड़ी मेहनत, समर्पण और आध्यात्मिक शक्ति के साथ विश्व कप का खिताब जीतकर देश का गौरव बढ़ाया।

