हिंदी
भारतीय टीम के बैटिंग ऑर्डर में लगातार बदलाव और शुभमन गिल व सूर्यकुमार यादव की फॉर्म पर सवाल उठने लगे हैं। मुल्लनपुर T20I में हार के बाद टीम इंडिया को ICC मेन्स T20 वर्ल्ड कप 2026 से पहले अपनी रणनीति और खिलाड़ियों के रोल तय करना जरूरी हो गया है।
शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव (Img: Internet)
New Delhi: मुल्लनपुर (न्यू चंडीगढ़) में साउथ अफ्रीका के खिलाफ T20I हार के बाद, टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर की रणनीतियों पर कई सवाल उठ रहे हैं। गंभीर ने कुछ ऐसे प्रयोग किए जो काम नहीं आए, जिससे टीम का बैटिंग ऑर्डर प्रभावित हुआ। ओपनर शुभमन गिल और कप्तान सूर्यकुमार यादव का हालिया प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा है।
वाइस-कैप्टन शुभमन गिल को टीम में शामिल करने की वजह से भारतीय टीम का कॉम्बिनेशन बिगड़ता दिख रहा है। गिल के ओपनिंग करने की वजह से विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली। वहीं सूर्यकुमार यादव लगातार नंबर तीन पर बल्लेबाजी नहीं कर रहे हैं, जिससे उनकी फॉर्म पर असर पड़ा है। एशिया कप 2025 से पहले T20I में संजू सैमसन ओपनिंग के लिए सबसे भरोसेमंद विकल्प थे, लेकिन गिल की वापसी ने उनकी स्थिति बदल दी।
शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव (Img: Internet)
शुभमन गिल को एशिया कप 2025 से लगातार ओपनिंग के मौके दिए गए हैं। टेस्ट और वनडे टीमों के कप्तान होने के साथ-साथ उन्हें T20I में वाइस-कैप्टन भी बनाया गया है। हालांकि इस साल 14 T20I मैचों में गिल ने केवल 263 रन बनाए हैं, उनकी औसत 23.90 रही और कोई अर्धशतक नहीं बना पाए। उनका उच्चतम स्कोर 47 है। बावजूद इसके, टीम मैनेजमेंट उनका समर्थन कर रहा है और उन्हें लगातार मौके दे रहा है।
कप्तान सूर्यकुमार यादव का प्रदर्शन शुभमन गिल से भी कमजोर रहा है। इस साल उन्होंने 19 T20I में 201 रन बनाए हैं, उनकी औसत 14.35 रही और सर्वोच्च स्कोर 47* है। हालांकि सूर्यकुमार की कप्तानी में टीम ने अभी तक कोई T20 सीरीज नहीं हारी, लेकिन व्यक्तिगत प्रदर्शन में कमी से टीम की स्थिति प्रभावित हो सकती है।
पिछले कुछ मैचों में भारतीय टीम का बैटिंग ऑर्डर लगातार बदलता दिखा है। कभी अक्षर पटेल नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हैं, तो कभी वॉशिंगटन सुंदर को प्रमोट किया जाता है। शिवम दुबे की पोजीशन भी अनिश्चित है; उन्होंने मुल्लनपुर T20 में नंबर आठ पर बैटिंग की थी।
ICC मेन्स T20 वर्ल्ड कप 2026 का आयोजन 7 फरवरी से 8 मार्च तक भारत और श्रीलंका की मेजबानी में होगा। इस वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम के पास केवल आठ T20I मैच बचे हैं। इन मैचों में टीम को बैटिंग ऑर्डर और टीम कॉम्बिनेशन तय करना होगा, अन्यथा वर्ल्ड कप में मुश्किल खड़ी हो सकती है।