

आईपीएल 2025 का फाइनल अब बस एक कदम दूर दोनों टीमों की रणनीति और कमजोरियों पर चर्चा तेज। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
हरप्रीत बराड़ (सोर्स-इंटरनेट)
अहमदाबाद: आईपीएल 2025 का फाइनल अब बस एक कदम दूर है और जैसे-जैसे मुकाबला नजदीक आ रहा है, दोनों टीमों की रणनीति और कमजोरियों पर चर्चा तेज होती जा रही है। इस बार फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) और पंजाब किंग्स के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है। दोनों ही टीमें अब तक आईपीएल ट्रॉफी से दूर रही हैं, लेकिन इस बार इनमें से एक टीम इतिहास रचने जा रही है।
हरप्रीत बराड़ की वापसी?
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पंजाब किंग्स की रणनीति में एक खास बदलाव देखने को मिल सकता है और वो है हरप्रीत बराड़ को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना। यह कदम पंजाब किंग्स के लिए अहम हो सकता है क्योंकि हरप्रीत का रिकॉर्ड आरसीबी और खासकर विराट कोहली के खिलाफ काफी अच्छा रहा है। आरसीबी के टॉप ऑर्डर में कुछ बड़े नाम शामिल हैं, जिनमें विराट कोहली, मयंक अग्रवाल, लिविंगस्टोन, रजत पाटीदार और जितेश जैसे बल्लेबाज शामिल हैं और इनमें से ज्यादातर दाएं हाथ के हैं।
ऐसे में बाएं हाथ के स्पिनर हरप्रीत बराड़ और युजवेंद्र चहल पंजाब किंग्स के लिए अहम साबित हो सकते हैं। अहमदाबाद का मैदान बड़ा है, इसलिए बल्लेबाजों के लिए बाउंड्री पार करना चुनौतीपूर्ण होगा। पिछला मैच इसका उदाहरण था, जिसमें सूर्यकुमार यादव युजी चहल के खिलाफ लंबी बाउंड्री पर आउट हुए थे। यह विकेट मैच का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ, क्योंकि अगर वे टिके रहते तो मुंबई का स्कोर 204 नहीं बल्कि 224 हो सकता था।
RCB की गेंदबाजी में मजबूती
RCB के गेंदबाजी विभाग में भुवनेश्वर कुमार, जोश हेजलवुड और यश दयाल जैसे अनुभवी गेंदबाज हैं, जो पावरप्ले में विकेट लेने की क्षमता रखते हैं। यश दयाल और भुवनेश्वर कुमार दोनों ही स्विंग गेंदबाजी में माहिर हैं और अहमदाबाद जैसे ट्रैक पर उनकी स्विंग गेंदबाजी गेम चेंजर साबित हो सकती है। अगर ये गेंदबाज अपनी स्विंग से पंजाब के बल्लेबाजों को मात देते हैं, तो RCB के मैच जीतने की संभावना बढ़ जाएगी।
पंजाब किंग्स की कमजोरी
हालांकि पंजाब किंग्स के पास मजबूत बल्लेबाजी लाइन-अप है, लेकिन उनकी गेंदबाजी में एक बड़ी कमी है। उनके पास छठे गेंदबाज के लिए कोई स्थायी विकल्प नहीं है। इस कारण स्टोइनिस को कई बार एक या दो ओवर गेंदबाजी करनी पड़ती है, जो महंगी साबित हो सकती है। जब विकेट बाउंड्री लगाने के लिए अनुकूल हो, तो छठे गेंदबाज की कमी पंजाब के लिए चुनौती बन सकती है।
टॉस की भूमिका और मानसिक खेल
इस फाइनल मैच में टॉस की भूमिका भी अहम हो सकती है। पिछले मैच ने यह साफ कर दिया था कि टॉस जीतना और सही फैसला लेना कितना महत्वपूर्ण हो सकता है। अगर टॉस के दौरान सही रणनीति अपनाई जाए, तो यह मैच के नतीजे को प्रभावित कर सकती है। साथ ही मानसिक खेल भी अहम होगा, क्योंकि फाइनल में दोनों टीमों पर दबाव ज्यादा होगा।