

भारत ने 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिए बोली लगाने का आधिकारिक निर्णय ले लिया है। अहमदाबाद, जहां विश्व का सबसे बड़ा स्टेडियम स्थित है, मेजबानी के लिए प्राथमिक विकल्प माना जा रहा है। इस खेल में लगभग 72 देशों के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।
राष्ट्रमंडल खेल 2030 की मेजबानी कर सकता है भारत (Img: Internet)
New Delhi: भारत ने 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी का बड़ा सपना साकार करने की दिशा में पहला कदम उठा लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में युवा मामले एवं खेल मंत्रालय की ओर से इस प्रतिष्ठित खेल आयोजन के लिए बोली लगाने की मंजूरी दी गई। इस ऐतिहासिक फैसले से साफ हो गया है कि भारत जल्द ही 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिए पूरी ताकत से तैयार होगा।
मेजबानी के लिए बेहतर तैयारी सुनिश्चित करने के लिए गुजरात सरकार को अनुदान सहायता देने की भी मंजूरी दी गई है। यह सहायता मेजबानी सहयोग समझौते पर मुहर लगाने और खेल आयोजन की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने में सहायक होगी। यदि भारत इस बार की मेजबानी जीतता है, तो यह सहायता महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी ताकि खेलों का आयोजन उच्चतम स्तर पर किया जा सके। 2030 राष्ट्रमंडल खेलों में लगभग 72 देशों के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, साथ ही कोच, तकनीकी अधिकारी, प्रशंसक और मीडिया से जुड़े लोग भी भारत पहुंचेंगे। इसका सीधा लाभ स्थानीय व्यापार और अर्थव्यवस्था को मिलेगा।
राष्ट्रमंडल खेलों 2030 की मेजबानी के लिए अहमदाबाद को प्राथमिकता दी जा रही है। शहर में मौजूद विश्वस्तरीय खेल सुविधाएं इसे एक उपयुक्त विकल्प बनाती हैं। अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम, जो विश्व का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है, 2023 आईसीसी क्रिकेट वनडे विश्व कप फाइनल की मेजबानी कर चुका है, जिसने इसकी क्षमता और संगठन क्षमता को साबित किया है। यदि राष्ट्रमंडल खेल इसी शहर में आयोजित होते हैं, तो यह भारत के खेल परिदृश्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।
राष्ट्रमंडल खेल (Img: Internet)
2030 राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन से भारत में पर्यटन को भी बड़ी ताकत मिलेगी। खेल आयोजन के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में विदेशी आगंतुक भारत आएंगे, जिससे पर्यटन उद्योग को मजबूती मिलेगी। इसके अलावा, देश के युवा खिलाड़ियों को भी एक बड़ा मंच मिलेगा, जहां वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखा सकेंगे और करियर बनाने के लिए प्रेरित होंगे।
इस प्रकार, भारत का 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिए बोली लगाना न केवल खेल के क्षेत्र में देश की स्थिति मजबूत करेगा, बल्कि आर्थिक, पर्यटन और युवा विकास के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। सरकार की यह पहल देश को एक वैश्विक खेल आयोजन की मेजबानी के लिए तैयार करने की दिशा में एक अहम कदम है।