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बड़ी खबर: दिल्ली में मोहन भागवत और मुस्लिम धर्मगुरुओं के बीच हाईलेवल बैठक, इन मुद्दों पर होगी चर्चा

दिल्ली में हरियाणा भवन में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने मुस्लिम धर्मगुरुओं और बुद्धिजीवियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस संवाद का उद्देश्य विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच आपसी समझ, सौहार्द और भाईचारे को बढ़ावा देना है। बैठक में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के उमर इलियासी समेत कई मुस्लिम धर्मगुरु और RSS के वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
Post Published By: Mayank Tawer
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बड़ी खबर: दिल्ली में मोहन भागवत और मुस्लिम धर्मगुरुओं के बीच हाईलेवल बैठक, इन मुद्दों पर होगी चर्चा

New Delhi: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने आज गुरुवार को दिल्ली में मुस्लिम धर्मगुरुओं और बुद्धिजीवियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक शुरू की है। यह बैठक हरियाणा भवन में हो रही है। इसका उद्देश्य कई धार्मिक और सांस्कृतिक समुदायों के बीच संवाद को बढ़ावा देना है। इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत के अलावा कई वरिष्ठ RSS नेता भी शामिल हैं। जिनमें दत्तात्रेय होसबोले, कृष्ण गोपाल, रामलाल और इंद्रेश कुमार शामिल हैं।

उमर इलियासी समेत कई प्रमुख हस्तियां बैठक में मौजूद

इस बैठक में मुस्लिम धर्मगुरुओं की भी महत्वपूर्ण भागीदारी है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव उमर इलियासी समेत कई अन्य प्रमुख मुस्लिम धर्मगुरु और मुस्लिम बुद्धिजीवी इस बैठक का हिस्सा बने हैं। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है, जब देश में कई धार्मिक समुदायों के बीच संवाद और सहयोग को लेकर चर्चा हो रही है। RSS और मुस्लिम धर्मगुरुओं के बीच इस तरह का संवाद पहली बार नहीं हो रहा, लेकिन इस बार की बैठक को खास माना जा रहा है।

मोहन भागवत

एक नई पहल की ओर कदम

इस बैठक में RSS के कई प्रमुख नेता मौजूद हैं। संघ के महासचिव दत्तात्रेय होसबोले और सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल भी इस बैठक में शरीक हैं। इसके अलावा संगठन के वरिष्ठ नेता रामलाल और इंद्रेश कुमार भी इस महत्वपूर्ण बैठक का हिस्सा हैं। RSS प्रमुख मोहन भागवत की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में दोनों पक्षों के बीच खुले विचार-विमर्श और आपसी समझ को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है।

सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने की दिशा

इस बैठक का सबसे बड़ा संदेश यह है कि समाज के विभिन्न समुदायों के बीच संवाद और समझ बढ़ाना जरूरी है। हाल के वर्षों में देश में कई बार सांप्रदायिक तनाव और विभाजन की घटनाएं देखने को मिली हैं, लेकिन इस बैठक को एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा सकता है। संघ प्रमुख मोहन भागवत और मुस्लिम धर्मगुरुओं के बीच होने वाला यह संवाद समुदायों के बीच विश्वास और समझ को बढ़ाने में मदद कर सकता है।

मुस्लिम धर्मगुरुओं और RSS प्रमुख का संदेश

बैठक में मुस्लिम धर्मगुरुओं और RSS प्रमुख ने एकजुटता, सौहार्द और परस्पर सम्मान की आवश्यकता को प्रमुखता से रेखांकित किया। मुस्लिम धर्मगुरु उमर इलियासी ने कहा कि यह समय है जब सभी समुदायों को एक साथ आकर देश की समृद्धि और विकास के लिए काम करना चाहिए। वही RSS प्रमुख मोहन भागवत ने इस संवाद को एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि संवाद से ही हम समाज में समरसता और एकता की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।

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