Bhilwara: शहर के यूआईटी मार्केट में गुरुवार को नगर निगम द्वारा की गई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अब सवालों के घेरे में आ गई है। निगम की टीम ने कुछ दुकानों के बाहर से तो स्थायी अतिक्रमण हटवा दिए, लेकिन ज्यादातर दुकानदारों द्वारा किए गए कब्जों को छोड़ दिया गया।
चुनिंदा दुकानों पर तोड़ी नालियां
गुरुवार को नगर निगम की टीम सीएसआई संजय खोखर के नेतृत्व में यूआईटी मार्केट पहुंची। टीम में एसआई छोटूलाल चन्नाल समेत अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे। कार्रवाई की शुरुआत कुछ दुकानों के बाहर बनी बंद पड़ी नालियों को तोड़ने से की गई। निगम अधिकारियों का कहना था कि यह कदम जल निकासी को सुचारू करने के लिए उठाया गया है, क्योंकि बंद नालियों में गंदा पानी जमा होकर बदबू फैला रहा था।
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“सिर्फ दिखावे की कार्रवाई”
स्थानीय व्यापारियों और निवासियों ने नगर निगम की इस आधी-अधूरी कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। राजेंद्र अग्रवाल कहते हैं कि अगर निगम का मकसद सफाई और अतिक्रमण हटाना था, तो पूरे मार्केट में एकसमान कार्रवाई क्यों नहीं की गई? कुछ दुकानदारों पर बुलडोजर चला, बाकी पर निगम की टीम आंख मूंदकर निकल गई।
यूआईटी मार्केट में दिखी नगर निगम की आधी कार्रवाई, नालियां तोड़कर चुनिंदा अतिक्रमण हटाए, बाकी पर चुप्पी क्यों?@BhilwaraSb31050 #Bhilwada #Nagarnigam pic.twitter.com/wZ6sIq2seV
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) November 6, 2025
इसी तरह, गुलाबचंद मेहता ने कहा कि नालियां तोड़ी गईं लेकिन कचरा उठाया नहीं गया। अब बदबू और गंदगी पहले से ज्यादा बढ़ गई है। निगम का काम आधे में छोड़ना लोगों के साथ मजाक है।
अधूरी सफाई से बढ़ी परेशानी
कार्रवाई के दौरान जिन नालियों को खोला गया, वहां सफाई अधूरी छोड़ दी गई। नालियों में जमा कीचड़, प्लास्टिक और कचरा अब सड़क पर फैल गया है। इससे न सिर्फ बदबू बढ़ गई है, बल्कि ग्राहकों के आने-जाने में भी दिक्कत हो रही है। व्यापारी मनीष शर्मा का कहना है कि पहले तो दुकान के आगे गंदा पानी था, अब पूरा रास्ता कीचड़ से भर गया है। ग्राहक परेशान हैं, लेकिन निगम के लोग दोबारा देखने तक नहीं आए।
कब तक चलेगा ‘चुनिंदा सफाई’ का खेल?
यह पहली बार नहीं है जब नगर निगम की कार्रवाई पर सवाल उठे हों। हर बार की तरह, निगम की टीम कुछ इलाकों में दिखावटी कार्यवाही करती है और बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। शहर के नागरिक अब पूछ रहे हैं कि आखिर प्रशासन यह तय कैसे करता है कि कौन सा अतिक्रमण हटेगा और कौन सा रहेगा?
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नगर निगम का पक्ष
जब इस बारे में नगर निगम के सीएसआई संजय खोखर से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि यूआईटी मार्केट में यह पहला चरण था। कई जगह स्थायी निर्माण और बंद नालियां तोड़ी गई हैं। अगले चरण में पूरे मार्केट की सफाई और अतिक्रमण हटाने की व्यापक कार्रवाई की जाएगी।”
जल निकासी व्यवस्था फिर भी ठप
यूआईटी मार्केट भीलवाड़ा का प्रमुख व्यापारिक इलाका है। यहां से रोजाना हजारों लोगों का आना-जाना होता है। लेकिन जल निकासी व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। नालियों के अवरुद्ध रहने से बरसात के समय पूरा बाजार जलमग्न हो जाता है।

