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सर्दियों में भूख लगने पर जंक फूड की जगह मखाना खाना सेहत के लिए फायदेमंद है। एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्वों से भरपूर मखाना कई बीमारियों से बचाता है। डाइटीशियन के अनुसार सही मात्रा और सही तरीके से खाने पर इसके लाभ दोगुने हो जाते हैं।


सर्दियों के मौसम में भूख ज्यादा लगती है और अक्सर लोग इस दौरान जंक फूड या तले-भुने स्नैक्स का सेवन करने लगते हैं, जो सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। ऐसे में अगर आप हेल्दी विकल्प की तलाश में हैं तो मखाना यानी फॉक्स नट्स एक बेहतरीन विकल्प है। एंटीऑक्सीडेंट्स और जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर मखाना न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि शरीर को अंदर से मजबूत भी बनाता है।



मखाना की तासीर गर्म होती है, इसलिए सर्दियों में इसका सेवन करना बेहद फायदेमंद है। सही मात्रा और सही तरीके से मखाना खाने पर यह इम्युनिटी बढ़ाने से लेकर हड्डियों को मजबूत करने तक में मदद करता है।



सर्दियों में रोजाना करीब 30 ग्राम मखाना खाना पर्याप्त होता है। इससे शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं और सर्दी-जुकाम, संक्रमण जैसी समस्याओं से बचाव होता है। मखाने की न्यूट्रिशनल वैल्यू बढ़ाने के लिए इसे घी में हल्का भूनकर खाना सबसे अच्छा माना जाता है।



व्रत में मखाना दूध के साथ खाने की परंपरा रही है और इसके पीछे वैज्ञानिक कारण भी हैं। मखाना कैल्शियम, प्रोटीन, मैग्नीशियम, आयरन, फॉस्फोरस और हेल्दी फैट्स का अच्छा स्रोत है, जबकि दूध में विटामिन-ए, विटामिन-डी, प्रोटीन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में होते हैं। इन दोनों का कॉम्बिनेशन शरीर को ताकत देता है और कमजोरी दूर करता है।



मखाना अपनाइए



मखाना पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है। इसके नियमित सेवन से शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं और किडनी स्वस्थ रहती है। मखाना शरीर को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स करने का काम करता है, जिससे कई बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।



जिन लोगों को नींद न आने या बार-बार नींद टूटने की समस्या रहती है, उनके लिए मखाना बेहद फायदेमंद है। रात में सोने से पहले दूध में भिगोकर मखाना खाने से अच्छी नींद आती है। चाहें तो डेट्स और मखाना पानी में भिगोकर भी खा सकते हैं। कुछ ही दिनों में इसका सकारात्मक असर दिखने लगता है।



वजन कम करने की चाह रखने वालों के लिए मखाना किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें सैचुरेटेड फैट और सोडियम कम होता है, जबकि फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। इससे पेट भरा रहता है और अनावश्यक कैलोरी लेने से बचा जा सकता है, जिससे वजन धीरे-धीरे कम होने लगता है।



मखाना पूरी तरह ग्लूटेन फ्री होता है। जिन लोगों को ग्लूटेन से एलर्जी है या जो गेहूं नहीं खा सकते, उनके लिए मखाना ऊर्जा और ताकत का बेहतरीन स्रोत है। इसे बच्चे, बुजुर्ग और बीमार व्यक्ति भी आसानी से खा सकते हैं।
