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हाथ-पैरों के दर्द और मांसपेशियों की ऐंठन से राहत के लिए विटामिन और मिनरल युक्त आहार बहुत महत्वपूर्ण है। फल, सब्ज़ियां, डेयरी उत्पाद और बीज मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं। हाइड्रेशन, आराम और बर्फ के उपाय दर्द कम करने में मदद करते हैं।


हाथ-पैरों में दर्द और मांसपेशियों की ऐंठन आजकल आम समस्या बनती जा रही है। बढ़ती उम्र, गलत खानपान, पर्याप्त नींद न लेना और हाइड्रेशन की कमी से यह समस्या और गंभीर हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, दर्द और सूजन से राहत पाने के लिए सही पोषण, पर्याप्त आराम और घरेलू उपाय बेहद महत्वपूर्ण हैं।



दर्द से राहत पाने के आसान तरीके



अनानास और पपीता में मौजूद ब्रोमेलैन नामक एंज़ाइम सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है। विशेष रूप से जोड़ों के दर्द में इन फलों का सेवन लाभकारी होता है। अनानास और पपीता को नियमित आहार में शामिल करने से मांसपेशियों की ऐंठन और सूजन दोनों कम हो सकती हैं।



केला, आलू और पालक पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन से भरपूर होते हैं। ये मांसपेशियों की ऐंठन और दर्द में राहत देने में सहायक हैं। पोटेशियम मांसपेशियों की कार्यक्षमता बढ़ाता है, जबकि मैग्नीशियम मांसपेशियों की थकान और ऐंठन को कम करता है। पालक में मौजूद कैल्शियम और आयरन भी शरीर को ताकत देते हैं।



शकरकंद में पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होते हैं। यह मांसपेशियों को मजबूत बनाने के साथ ही दर्द और ऐंठन से राहत देने में सहायक है। इसे भूनकर, उबालकर या सलाद में शामिल किया जा सकता है। नियमित सेवन से मांसपेशियों की कमजोरी और थकान दोनों में सुधार देखा गया है।



दूध, दही और पनीर कैल्शियम के उत्कृष्ट स्रोत हैं। कैल्शियम हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत रखने में आवश्यक है। अगर किसी को डेयरी से एलर्जी है तो सोया या बादाम दूध विकल्प के रूप में लिया जा सकता है। नियमित कैल्शियम सेवन से मांसपेशियों के दर्द और हड्डियों की कमजोरी कम होती है।



चुकंदर और अनार खून की कमी और मांसपेशियों के दर्द में मददगार माने जाते हैं। इन फलों और सब्ज़ियों में मौजूद आयरन और एंटीऑक्सीडेंट शरीर में ऊर्जा बढ़ाते हैं और दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। इन्हें सलाद या जूस के रूप में भी लिया जा सकता है।



मेवे और बीज जैसे बादाम, काजू, अखरोट और सूरजमुखी के बीज मैग्नीशियम और अन्य मिनरल का अच्छा स्रोत हैं। ये मांसपेशियों की थकान और ऐंठन को कम करने के साथ ही ऊर्जा और ताकत भी बढ़ाते हैं। नाश्ते में इनका सेवन शरीर को लंबी अवधि तक सक्रिय बनाए रखता है।



पर्याप्त पानी पीना मांसपेशियों की कार्यक्षमता और स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। शरीर में पानी की कमी से मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द बढ़ सकता है। दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है।
