Maharajganj: रक्षाबंधन के अवसर पर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, महराजगंज में उस समय खुशी और उत्साह का माहौल छा गया जब जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) रिद्धि पांडेय बच्चियों के बीच पहुंचे। बच्चियों ने जिलाधिकारी को राखी बांधकर उनका स्वागत किया। इस आत्मीय क्षण ने स्कूल परिसर को भाई-बहन के प्रेम और विश्वास के रंग में रंग दिया।
बच्चियों संग आत्मीय संवाद
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने विद्यालय के कक्षों, मेस, रसोई और परिसर का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने बच्चियों से सीधा संवाद कर उनके जीवन, पढ़ाई, रुचियों और सपनों के बारे में जानकारी ली। बातचीत के दौरान एक बच्ची ने उत्सुकता से पूछा कि ‘डीएम कैसे बनते हैं?’ इस पर जिलाधिकारी ने मुस्कराते हुए कहा- ‘आप भी बन सकती हैं डीएम, बस मेहनत और लगन जरूरी है।’ उन्होंने बच्चियों को प्रेरित करते हुए बताया कि किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन ही सफलता की कुंजी है- चाहे वह प्रशासन हो, खेल, कला, विज्ञान या कोई अन्य क्षेत्र।
मिड डे मील में बच्चियों के साथ भोजन
निरीक्षण के समय जिलाधिकारी ने बच्चियों के साथ मिड डे मील में पूड़ी, चावल, दाल, सब्जी और सलाद का स्वाद लिया। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता की जांच की और रसोई की स्वच्छता को लेकर नाराजगी जाहिर की। रसोई में प्रकाश और वेंटिलेशन की कमी पर उन्होंने तत्काल रंगाई-पुताई और मरम्मत कराने के निर्देश दिए। साथ ही मिड डे मील की गुणवत्ता जांच के लिए नियमित सैंपलिंग को अनिवार्य किया।
सुरक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान
जिलाधिकारी ने बच्चियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता बताते हुए कई अहम निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परिसर में 24 घंटे शिफ्टवार सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएं। सीसीटीवी की निगरानी जिला स्तर से जोड़ने और अनधिकृत प्रवेश पर रोक के लिए सख्त नियम लागू करने के निर्देश दिए। साथ ही, बीएसए को बच्चियों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराने और किसी भी समस्या की स्थिति में तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया।
बच्चियों ने राखी बांध कर जताया स्नेह
निरीक्षण के अंत में बच्चियों ने जिलाधिकारी को राखी बांधकर अपने स्नेह और सम्मान का भाव प्रकट किया। जिलाधिकारी ने बच्चियों को प्रेरणादायक उपहार दिए और कहा- ‘आपकी शिक्षा, सुरक्षा और भविष्य मेरी व्यक्तिगत प्राथमिकता हैं। कोई भी समस्या हो तो आप मेरे पास सीधे संदेश भेज सकती हैं।’ उन्होंने विद्यालय की वार्डन, मेंटर और बीएसए को निर्देश दिया कि बच्चियों की हर बात गंभीरता से सुनी जाए और समाधान हो। इस मौके पर जिला सूचना अधिकारी प्रभाकर मणि त्रिपाठी, विद्यालय स्टाफ, शिक्षक, वार्डन और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।