

सोने की कीमतों में वैश्विक अनिश्चितता के कारण उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। आज, 1 सितंबर 2025 को दिल्ली में 24 कैरेट सोना ₹1,06,030 प्रति 10 ग्राम के हिसाब से बिक रहा है।
लगातार बदल रही सोने की कीमतें
New Delhi: वैश्विक तनाव और आर्थिक अस्थिरता के बीच सोने की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। आज यानी 1 सितंबर 2025 को दिल्ली में 24 कैरेट सोना 1,06,030 रुपये प्रति 10 ग्राम, 22 कैरेट सोना 97,200 रुपये प्रति 10 ग्राम और 18 कैरेट सोना 79,530 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है। इससे पहले सोने की कीमतें रिकॉर्ड उच्चतम स्तर तक पहुंच चुकी थीं और अब फिर से इसकी मांग बढ़ी है, खासकर उन निवेशकों के लिए जो अनिश्चितता के समय सुरक्षित निवेश का विकल्प तलाश रहे हैं।
सोने की कीमतें दिन-प्रतिदिन बदलती रहती हैं, और इसके पीछे कई महत्वपूर्ण कारण होते हैं। एक मुख्य कारण है डॉलर और रुपये के विनिमय दर में उतार-चढ़ाव। चूंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना और चांदी अमेरिकी डॉलर में तय होते हैं, ऐसे में डॉलर मजबूत होने या रुपया कमजोर होने पर भारत में सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं। इसके अतिरिक्त, सीमा शुल्क और टैक्स, जैसे इंपोर्ट ड्यूटी, GST, और अन्य शुल्क भी कीमतों को प्रभावित करते हैं।
सोने की कीमतों ने तोड़ा रिकॉर्ड
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों का निर्धारण वैश्विक घटनाओं और आर्थिक स्थितियों से भी प्रभावित होता है। जब वैश्विक अनिश्चितता, जैसे युद्ध, आर्थिक मंदी, या ब्याज दरों में बदलाव होते हैं, तो निवेशक सुरक्षित विकल्पों की तलाश करते हैं, और ऐसे में सोने की मांग में इज़ाफा हो जाता है। विशेष रूप से भारतीय संस्कृति में सोने का महत्व और त्योहारों के दौरान खरीदारी का सिलसिला कीमतों को और बढ़ा देता है।
हालांकि, सोने की कीमतों में उथल-पुथल के बावजूद, यह अभी भी निवेशकों के लिए एक सुरक्षित और स्थिर विकल्प माना जाता है। मुद्रास्फीति बढ़ने, या शेयर बाजार में अस्थिरता होने पर सोने की मांग में तेजी आती है, क्योंकि इसे एक सुरक्षित संपत्ति के रूप में देखा जाता है।
दिल्ली: 24 कैरेट - ₹1,06,030, 22 कैरेट - ₹97,200, 18 कैरेट - ₹79,530
मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे: 24 कैरेट - ₹1,05,880, 22 कैरेट - ₹97,050, 18 कैरेट - ₹79,410
चेन्नई: 24 कैरेट - ₹1,05,880, 22 कैरेट - ₹97,050, 18 कैरेट - ₹80,300
इन कीमतों के उतार-चढ़ाव का कारण केवल वैश्विक स्थिति ही नहीं, बल्कि घरेलू मांग, त्यौहारों का मौसम और सांस्कृतिक महत्व भी है। हर साल शादी-ब्याह और अन्य शुभ अवसरों पर सोने की मांग काफी बढ़ जाती है, जिससे कीमतों में भी असर पड़ता है।
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कुल मिलाकर, सोने की कीमतें विभिन्न आर्थिक, वैश्विक और सांस्कृतिक घटनाओं से प्रभावित होती हैं, और इनकी सही दिशा की भविष्यवाणी करना कठिन हो सकता है। हालांकि, निवेशकों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए और सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प के तौर पर देखना चाहिए।