

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में शुक्रवार को एक ऐसा मामला सामने आया जिसने कानून के गलियारों को भी शर्मसार कर दिया। एसएसपी कार्यालय के ठीक पास स्थित वकीलों के चेंबर में दो महिला वकीलों के बीच उस समय जबरदस्त मारपीट हो गई, जब एक पक्ष ने चेंबर पर अधिकार जताते हुए दूसरी वकील पर खुलेआम हमला बोल दिया। यह घटना जहां पेशेवर मर्यादाओं की धज्जियां उड़ाती दिखी, वहीं इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
मथुरा में वकीलों के चेंबर में घमासान (सोर्स इंटनेट)
Mathura: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में शुक्रवार को एक ऐसा मामला सामने आया जिसने कानून के गलियारों को भी शर्मसार कर दिया। एसएसपी कार्यालय के ठीक पास स्थित वकीलों के चेंबर में दो महिला वकीलों के बीच उस समय जबरदस्त मारपीट हो गई, जब एक पक्ष ने चेंबर पर अधिकार जताते हुए दूसरी वकील पर खुलेआम हमला बोल दिया। यह घटना जहां पेशेवर मर्यादाओं की धज्जियां उड़ाती दिखी, वहीं इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, दोनों महिला वकीलों के बीच चेंबर को लेकर पहले से विवाद चल रहा था। शुक्रवार को विवाद इस कदर बढ़ गया कि सरेआम एक महिला वकील ने दूसरी की बाल पकड़कर सड़क पर ही घसीटना शुरू कर दिया और चिल्लाते हुए मारपीट करने लगी। मौके पर मौजूद अन्य वकील और आम लोग देखते रह गए। दोनों के बीच तीखी नोकझोंक के बाद मामला हाथापाई तक पहुंच गया।
मौके पर मौजूद लोगों ने झगड़े का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जो कुछ ही देर में वायरल हो गया। वीडियो में एक महिला वकील को साफ देखा जा सकता है, जो दूसरी महिला को बालों से पकड़कर पीट रही है और आसपास के लोग उन्हें छुड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। इस दृश्य ने न केवल मथुरा बल्कि प्रदेशभर के वकीलों को चौंका दिया है।
इस मामले में स्नेहलता नाम की एक महिला वकील का बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि, "यह चेंबर मेरी मेहनत और पूंजी से बना है। एक समय वह महिला मेरे पास आकर कहती थी कि बहनों की तरह साथ काम करेंगे, लेकिन आज उसी ने मुझ पर हमला कर दिया। यह विश्वासघात है।"
वहीं, सीओ सिटी भूषण वर्मा ने कहा, "यह मामला संज्ञान में आया है, वीडियो भी वायरल हो रहा है, लेकिन अभी तक किसी भी पक्ष ने थाने में लिखित शिकायत नहीं दी है। शिकायत मिलने पर जांच कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
फिलहाल मथुरा पुलिस वीडियो के आधार पर मामले की निगरानी कर रही है। यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि झगड़े की असल वजह क्या थी और क्या इसमें किसी तीसरे पक्ष की भूमिका भी रही।
इस घटना ने कानून के मंदिर कहे जाने वाले कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था और पेशेवर शालीनता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। वकीलों के संगठन अब इस प्रकरण में हस्तक्षेप की तैयारी कर रहे हैं।
अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में इस विवाद का अंत अदालत में होता है या सुलह से।
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