

उत्तराखंड के चमोली जनपद में आज मौसम सामान्य बना हुआ है, लेकिन प्राकृतिक आपदा की एक बड़ी चुनौती ने तीर्थयात्रियों और आम यात्रियों की राह मुश्किल कर दी है। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-7) पीपलकोटी के पास बेनेरपाणी में शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे भारी भूस्खलन के कारण पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया।
बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (फोटो सोर्स गूगल)
Chamoli: उत्तराखंड के चमोली जनपद में आज मौसम सामान्य बना हुआ है, लेकिन प्राकृतिक आपदा की एक बड़ी चुनौती ने तीर्थयात्रियों और आम यात्रियों की राह मुश्किल कर दी है। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-7) पीपलकोटी के पास बेनेरपाणी में शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे भारी भूस्खलन के कारण पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया।
भूस्खलन से हाईवे पर भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर आ गए, जिससे वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है। हाईवे के दोनों ओर करीब 300 यात्री फंस गए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर निकले श्रद्धालु शामिल हैं। सभी यात्री हाईवे खुलने की प्रतीक्षा में बेबस खड़े हैं।
बेनेरपाणी क्षेत्र पहले से ही भूस्खलन संभावित ज़ोन में आता है और हर वर्ष बारिश के मौसम में यह इलाका बड़ी चुनौती बन जाता है। बताया जा रहा है कि इस बार भी करीब 30 मीटर हिस्से में सक्रिय भूस्खलन हो रहा है, जिससे मार्ग बार-बार बाधित हो रहा है। शुक्रवार को भारी बारिश के बाद पहाड़ी से ढेर सारा मलबा और बड़े-बड़े पत्थर सड़क पर आ गिरे, जिससे मार्ग पूरी तरह जाम हो गया।
एनएचआईडीसीएल (राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड) की ओर से जेसीबी और पोकलैंड मशीनें मौके पर तैनात कर मलबा हटाने का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। प्रशासन और पुलिस की टीम भी मौके पर मौजूद है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है। हालांकि, भूस्खलन अभी भी रुक-रुक कर हो रहा है, जिससे मार्ग खोलने में दिक्कतें आ रही हैं।
इस पूरे घटनाक्रम के चलते बदरीनाथ यात्रा अस्थायी रूप से ठप हो गई है और हेमकुंड साहिब की ओर जाने वाले श्रद्धालु भी समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। प्रशासन ने यात्रियों से सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
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