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दिल्ली में तापमान 11 डिग्री तक गिरा, पहाड़ों पर बर्फबारी से उत्तर भारत में ठंड बढ़ी। पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में शीतलहर के आसार, वहीं दक्षिण भारत में नॉर्थ-ईस्ट मानसून से भारी बारिश। आईएमडी ने येलो अलर्ट जारी किया।
दिल्ली-एनसीआर में सर्दी ने बढ़ाई रफ्तार
New Delhi: दिल्ली में सर्दी ने इस बार जल्दी दस्तक दे दी है। शनिवार को न्यूनतम तापमान गिरकर 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस सीजन की अब तक की सबसे ठंडी रात रही। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह तापमान सामान्य से करीब 3.3 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। दिल्ली में गुरुवार को पहली बार पारा 15 डिग्री से नीचे आया था। पिछले साल 2024 में न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री, 2023 में 9.2 डिग्री और 2022 में 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
मौसम विभाग ने बताया कि शनिवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से लगभग 2.3 डिग्री कम है। हवा में नमी बढ़ने और पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते अगले कुछ दिनों में पारा और गिरने की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने बताया कि इस समय देश में दो प्रमुख मौसमी स्थितियां बन रही हैं। उत्तरी भारत में बर्फबारी और बारिश के कारण तापमान में गिरावट जारी है। वहीं दक्षिण भारत के राज्यों तमिलनाडु, केरल, पुदुचेरी और कराईकल में नॉर्थ-ईस्ट मानसून के चलते भारी बारिश का दौर जारी है।
IMD ने येलो अलर्ट जारी करते हुए चेतावनी दी है कि आने वाले दो से तीन दिनों तक केरल, माहे, तमिलनाडु और पुदुचेरी के कुछ हिस्सों में मूसलाधार बारिश के साथ बिजली चमकने की भी संभावना है।
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मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश के लिए भी शीतलहर जैसी स्थिति की चेतावनी दी है। भरतपुर, अलवर, धौलपुर, करौली, सवाई माधौपुर, जयपुर, दौसा, टोंक और भीलवाड़ा जिलों में तापमान सामान्य से नीचे जाने के आसार हैं। इसी तरह पश्चिमी मध्य प्रदेश के कई इलाकों में भी पारा तेजी से नीचे जा रहा है।
सर्दी ने बढ़ाई सिहरन
शनिवार देर शाम दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई, जिससे लोगों ने सुप्रीम कोर्ट से हेल्थ इमरजेंसी लागू करने की मांग की। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) कई इलाकों में “गंभीर श्रेणी (Severe Category)” में दर्ज किया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि ठंडी हवा और धूल के कणों के जमाव के कारण प्रदूषण और भी बढ़ सकता है।
IMD का अनुमान है कि अगले सप्ताह तक दिल्ली-NCR का तापमान और घट सकता है। वहीं दक्षिण भारत के तटीय इलाकों में मानसून के बादल सक्रिय बने रहेंगे। मौसम विशेषज्ञों ने लोगों को ठंड से बचाव और स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है।