दिल्ली में आ गई आफत! आज शाम को बंद हो जाएगा राजधानी का सबसे पुराना पुल, जानें वजह

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। हथनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने 15 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना शुरू कर दिया है।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 2 September 2025, 8:01 AM IST
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New Delhi: पहाड़ी इलाकों में हो रही मूसलधार बारिश का असर अब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी दिखाई देने लगा है। हरियाणा के हथनीकुंड बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी के चलते यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। सोमवार को बैराज से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे मंगलवार को यमुना का जलस्तर 206 मीटर के पार जाने की संभावना जताई जा रही है। हालात को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।

वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करने की अपील

सबसे पहले पुराना लोहा पुल को देर शाम से वाहनों की आवाजाही के लिए बंद करने का फैसला लिया गया है। पुलिस ने इसको लेकर रूट डायवर्जन की योजना भी तैयार कर ली है। दिल्ली यातायात पुलिस ने वाहन चालकों से वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करने की अपील की है।

यहां पर होगा रूट डायवर्जन

  • गांधी नगर से पुरानी दिल्ली जाने वाले वाहन चालक गीता कॉलोनी फ्लाईओवर से जाएंगे।
  • सीलमपुर और शास्त्री पार्क से शाहदरा की ओर जाने वाले जीटी रोड का इस्तेमाल करेंगे।
  • शांति वन से गांधी नगर की ओर जाने वाले भी गीता कॉलोनी फ्लाईओवर से निकलेंगे।
  • पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से शाहदरा की ओर जाने वालों को कश्मीरी गेट होते हुए जीटी रोड से जाना होगा।

डीएम ने किया आदेश जारी

शाहदरा जिलाधिकारी ऋषिता गुप्ता द्वारा सोमवार को पुल को बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है। पुल के दोनों ओर बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं और जैसे ही जल स्तर 206 मीटर से ऊपर जाएगा, पुल को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीमों ने यमुना खादर और निचले इलाकों में मुनादी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।

15 हजार लोगों के लिए बनाए गए शिविर

बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने यमुना बाजार, मजनू का टीला, सिविल लाइंस, बदरपुर खादर, मयूर विहार और गीता कॉलोनी सहित कई क्षेत्रों में रहने वाले लगभग 15 हजार लोगों को अस्थायी राहत शिविरों में भेजना शुरू कर दिया है। इन शिविरों में पीने का पानी, भोजन और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था की गई है।

बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार

एसडीएम प्रीत विहार और डीएम ईस्ट कार्यालय के सिंचाई विभाग के कंट्रोल रूम के नोडल अफसर संदीप यादव ने बताया कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए 14 स्थानों पर मोटर बोट, 30 से अधिक गोताखोर, राहत और बचाव सामग्री तैयार रखी गई है। जहां से भी मदद की सूचना मिलेगी, वहां तुरंत राहत टीमें पहुंचेंगी। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी जरूरी है।

 

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