Lucknow: 15 अगस्त 2025 को जब देश स्वतंत्रता दिवस के जश्न में डूबा रहा, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आजादी जैसे पवित्र दिन पर झूठ नहीं बोला जाना चाहिए।
उन्होंने अपने बयानों में अर्थव्यवस्था, व्यापार, रोजगार, और विदेशी व्यापार नीति को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने अमेरिका के टैरिफ, चीन से बढ़ते व्यापार घाटे, जीएसटी की जटिलता और जांच एजेंसियों के दुरुपयोग जैसे कई गंभीर मुद्दों पर सवाल उठाए।
‘स्वदेशी की बात मुंह से नहीं, मन से होनी चाहिए’
अखिलेश यादव ने कहा कि आज के दिन हमें राजनीति से ऊपर उठकर देश की एकता, विकास और सच्चाई की बात करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि, हमारे नेता मुंह से तो स्वदेशी की बात करते हैं, लेकिन मन से विदेशी सोच रखते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से पूछा कि जब तक नीति और नीयत में स्वदेशी नहीं होगा, तब तक देश का कारोबार कैसे बढ़ेगा?
अमेरिका के टैरिफ से भारत का कारोबार प्रभावित
अखिलेश यादव ने अमेरिका की ओर से भारतीय उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ का जिक्र करते हुए कहा कि इससे भारतीय उद्योगपतियों पर गहरा संकट आया है। उन्होंने भदोही जिले का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां हजारों करोड़ का हैंडलूम कारोबार ठप पड़ा है। उन्होंने कहा, ‘जो माल भेजा गया था, वो आज समुद्री जहाजों में फंसा पड़ा है। ना वो अमेरिका जा सकता है, ना भारत लौट सकता है।’
चीन के साथ बढ़ता व्यापार घाटा चिंता का विषय
सपा प्रमुख ने कहा कि चीन ना केवल हमारी जमीन पर कब्जा कर रहा है, बल्कि हमारे बाजारों पर भी हावी होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत का सबसे बड़ा व्यापार घाटा आज चीन के साथ है और इससे निपटना बेहद जरूरी है।
उन्होंने पूछा कि जब आत्मनिर्भर भारत की बात होती है, तो चीन से भारी मात्रा में आयात कैसे हो रहा है?
जीएसटी और एजेंसियों पर भी निशाना
अखिलेश यादव ने वर्तमान जीएसटी सिस्टम को ‘मकड़जाल’ बताया और कहा कि यह देश के छोटे व्यापारियों और उद्यमियों की कमर तोड़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स जैसी एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि ये अब कारोबार को चौपट करने का औजार बन गई हैं।
‘सच्चे इरादे और नीति से ही आगे बढ़ेगा देश’
अखिलेश ने अपने भाषण में कहा, देश को आगे ले जाने के लिए सच्चे इरादे और नीति की जरूरत है। महज भाषण देने से और दिखावे की राष्ट्रभक्ति से कुछ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस राजनीति नहीं, सच्चाई का दिन है, और यही दिन देश को नई दिशा देने का सही अवसर है।