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बाल-बाल बचे संत प्रेमानंद, पदयात्रा के दौरान ऐसे टला बड़ा हादसा

वृंदावन में संत प्रेमानंद की पदयात्रा के दौरान हादसा हो गया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Rohit Goyal
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बाल-बाल बचे संत प्रेमानंद, पदयात्रा के दौरान ऐसे टला बड़ा हादसा

मथुरा: वृंदावन में संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा श्री राधे हित केली कुंज से रोज़ाना निकलती है। लेकिन हाल ही में स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के चलते रोक दी गई थी।जिसे फिर से चालू किया गया था।

स्वास्थ्य ठीक होते ही शुरू की थी पदयात्रा

संत प्रेमानंद महाराज अपने रोज़ाना की तरह अपने आश्रम से निकल कर परिक्रमा मार्ग में पदयात्रा करते हुए निकल रहे थे। तभी भक्तों के द्वारा स्वागत के लिए लगाई गई लोहे की ग्रिल हिस्सा अचानक गिरने लगा।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार तभी अचानक श्रद्धालुओं की नजर गिर रहे लोहे की ग्रिल पर पड़ी तो उसे पकड़ लिया और प्रेमानंद महाराज बाल-बाल बच गए।
वहीं संत प्रेमानंद महाराज ने सभी को शांति का संदेश देते हुए निर्णय लिया की पदयात्रा जारी रखी जाएगी।

बताया जा रहा है कि आश्रम से कुछ ही दूरी पर सड़क किनारे लाइटिंग के लिए लगाया गया एक लोहे का एंगल अचानक लटकने लगा और वह सीधे महाराज जी की दिशा में झूलता हुआ गिरने लगा। यह देखते ही भक्तों में हड़कंप मच गया। खतरे को भांपते ही कुछ सजग भक्त तुरंत आगे बढ़े और लोहे के उस एंगल को थाम लिया, जिससे एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया।

संत प्रेमानंद ने पदयात्रा का समय बदलकर सुबह किया

गौरतलब है कि संत प्रेमानंद जी पिछले कई वर्षों से रोजाना तड़के लगभग 2 बजे पदयात्रा पर निकला करते थे, लेकिन हाल के दिनों में स्वास्थ्य कारणों के चलते उन्होंने पदयात्रा का समय बदलकर सुबह कर दिया है। कई बार वे कार से रवाना होते हैं और रास्ते में उतरकर पैदल ही आश्रम पहुंचते हैं। बुधवार को भी वे इसी क्रम में पदयात्रा कर रहे थे, जब यह हादसा होते-होते टल गया।

सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा वीडियो

इस पूरी घटना का वीडियो भी मौके पर मौजूद किसी व्यक्ति द्वारा रिकॉर्ड किया गया जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह अचानक लोहे का भारी एंगल गिरता है और किस तरह भक्तों की सजगता से प्रेमानंद जी सुरक्षित रहते हैं। इस घटना को भक्त चमत्कार मान रहे हैं और संत की सुरक्षा को भगवान की कृपा का परिणाम बता रहे हैं। सौभाग्य से संत प्रेमानंद जी महाराज को कोई चोट नहीं आई है। घटना के बाद उन्होंने स्वयं भक्तों को आश्वस्त किया कि वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और किसी प्रकार की चिंता की आवश्यकता नहीं है।

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