New Delhi: इजरायली रक्षा बल (IDF) ने यमन की राजधानी सना में ऊर्जा केंद्रों, गैस स्टेशनों और सैन्य ठिकानों पर जोरदार हवाई हमले किए हैं। यह कार्रवाई हूती विद्रोहियों द्वारा इजरायल पर हाल ही में किए गए हमले का जवाब है।
IDF के अनुसार, जिन स्थानों को निशाना बनाया गया, उनमें एक पावर प्लांट, एक गैस स्टेशन, और एक सैन्य संरचना शामिल हैं, जो हूती विद्रोहियों द्वारा सना के राष्ट्रपति भवन के पास सैन्य गतिविधियों के लिए इस्तेमाल की जा रही थी।
सना के ऊर्जा ढांचे पर इजरायली बमबारी
इजरायली सेना ने यह साफ किया है कि उसने उन सभी ठिकानों को निशाना बनाया, जहां हूती लड़ाके अपनी सैन्य तैयारियों और हमलों के लिए जुटते थे। इस हमले में क्लस्टर बमों का इस्तेमाल किया गया, जिससे भारी तबाही मची। कई इमारतें आग की लपटों में बदल गईं और पूरे क्षेत्र में भयंकर आग फैल गई।
IDF का दावा: यह आत्मरक्षा का कदम
IDF के प्रवक्ता ने बयान में कहा: “यह हमला आत्मरक्षा के तहत किया गया है। यमन से हमारे देश पर हुए हमले का यह एक मजबूत जवाब है। हम अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।”
ईरान पर भी लगाया आरोप
इजरायल ने यह आरोप लगाया है कि हूती विद्रोही सीधे तौर पर ईरान के निर्देशों पर काम कर रहे हैं, और उनका मकसद इजरायल और उसके सहयोगी देशों को अस्थिर करना है। यह हमला उस समय हुआ है जब मध्य पूर्व में तनाव अपने चरम पर है, और यमन एक रणनीतिक मोर्चे में बदलता जा रहा है।
स्थिति गंभीर, तनाव और बढ़ने की आशंका
यमन और इजरायल के बीच तनाव और बढ़ने की आशंका इस हमले के बाद जताई जा रही है। हूती विद्रोहियों की तरफ से जवाबी हमले की चेतावनी भी दी जा सकती है, जिससे क्षेत्र में सैन्य टकराव की स्थिति और बिगड़ सकती है।
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