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इंडिगो एयरलाइन के ऑपरेशन संकट के बीच, कंपनी ने रविवार तक यात्रियों को ₹610 करोड़ का रिफंड और 3,000 से अधिक बैगेज लौटा दिए हैं। सरकार ने इंडिगो को रिफंड प्रक्रिया 7 दिसंबर तक पूरी करने और बैगेज अगले 48 घंटों में डिलीवर करने का निर्देश दिया है।
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New Delhi: इंडिगो एयरलाइन के ऑपरेशन संकट के बीच रविवार शाम तक एयरलाइन ने यात्रियों को लगभग ₹610 करोड़ का रिफंड कर दिया है। इसके अलावा, देशभर में यात्रियों के 3 हजार से ज्यादा बैगेज भी लौटाए गए हैं। यह जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने रविवार शाम दी। मंत्रालय ने बताया कि रिफंड या री-बुकिंग पर यात्रियों से कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लिया जाएगा।
इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स का बयान
यात्रियों की मदद के लिए स्पेशल सपोर्ट सेल भी बनाए गए हैं। इसके साथ ही इंडिगो के फ्लाइट ऑपरेशन में तेजी आई है। घरेलू उड़ानों में सामान्य स्थिति लौट रही है और फ्लाइट्स फुल कैपेसिटी के साथ उड़ान भर रही हैं। इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स ने बताया कि रविवार को 138 में से 137 डेस्टिनेशंस पर 1,650 फ्लाइट ऑपरेट की गई। उनका अनुमान है कि ऑन टाइम परफॉर्मेंस (OTP) लगभग 75% रहेगी। शनिवार को यह आंकड़ा 1,500 था। आमतौर पर एयरलाइन रोजाना करीब 2,300 उड़ानें ऑपरेट करती है।
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फिलहाल भी इंडिगो की 650 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल की गई हैं। इनमें दिल्ली, चेन्नई, जयपुर, हैदराबाद, भोपाल और मुंबई जैसी प्रमुख डेस्टिनेशंस शामिल हैं। इससे पहले एयरलाइन ने शुक्रवार को लगभग 1,600 और शनिवार को लगभग 800 फ्लाइट्स कैंसिल की थीं।
सरकार ने इस संकट को गंभीरता से लेते हुए एयरलाइन को कई निर्देश जारी किए हैं। कंपनी को आदेश दिया गया है कि रद्द या रुकी हुई फ्लाइट्स के लिए रिफंड प्रोसेस 7 दिसंबर की रात 8 बजे तक पूरा करना होगा। इसके साथ ही अगले 48 घंटों में पैसेंजर के बैगेज को ट्रेस करके डिलीवर करना होगा।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने कहा है कि इंडिगो के CEO को 24 घंटे के भीतर यह बताना होगा कि पिछले पांच दिनों से जारी संकट के बावजूद कंपनी पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। जवाब न देने की स्थिति में DGCA एकतरफा फैसला ले सकती है।
साथ ही सरकार ने बाकी एयरलाइंस के बढ़ते किराए पर भी कड़ा नियंत्रण किया है। अब हवाई किराया फिक्स किया गया है। नए निर्देशों के अनुसार 500 किलोमीटर तक की दूरी के लिए किराया 7,500 रुपए, 500 से 1,000 किलोमीटर तक की दूरी के लिए अधिकतम 12,000 रुपए और लंबी दूरी के लिए अधिकतम 18,000 रुपए निर्धारित किए गए हैं। यह सीमा केवल सामान्य और इकोनॉमी क्लास के लिए लागू है; बिजनेस क्लास इस सीमा में शामिल नहीं होगी।
इंडिगो संकट ने एयरलाइन इंडस्ट्री और यात्रियों दोनों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी थीं। लगातार फ्लाइट कैंसिलेशन और बैगेज रुकने की घटनाओं के कारण कई यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा। एयरलाइन का कहना है कि उनके पास पर्याप्त पायलट और क्रू के साथ फ्लाइट्स ऑपरेट करने का प्रयास किया जा रहा है और धीरे-धीरे सेवाएं सामान्य हो रही हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि यात्रियों की शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। एयरलाइन और सरकार की संयुक्त टीम लगातार यात्रियों से संपर्क कर रही है ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो। विशेषज्ञों के अनुसार, इंडिगो के लगातार 2,300 फ्लाइट्स ऑपरेट करने की क्षमता और 75% OTP आने से यात्री विश्वास बहाल होने की उम्मीद कर सकते हैं।
इस संकट ने एयरलाइन इंडस्ट्री में समयबद्ध संचालन, रिफंड प्रक्रिया और किराए के नियमों पर नए दिशा-निर्देशों की आवश्यकता को उजागर किया है। यात्रियों और सरकार दोनों के दबाव में इंडिगो ने अब तेजी से सेवाएं बहाल करने और रिफंड पूरा करने का कदम उठाया है।