

स्वतंत्रता दिवस 2025 के मौके पर पुलिस, फायर ब्रिगेड, होम गार्ड, सिविल डिफेंस और करेक्शनल सर्विस के कुल 1090 कार्मिकों को वीरता और सेवा पदक से सम्मानित किया गया। इस साल गैलेंट्री मेडल (GM), राष्ट्रपति पदक (PSM) और सराहनीय सेवा पदक (MSM) से कुल 1090 कार्मिक सम्मानित किए गए।
Symbolic Photo
New Delhi: स्वतंत्रता दिवस 2025 के अवसर पर देश की सेवा में वीरता और उत्कृष्टता का परिचय देने वाले 1,090 कर्मियों को विशेष सम्मान दिया जाएगा। गृह मंत्रालय ने घोषणा की है कि इन कर्मियों को उनके अद्वितीय योगदान और साहस के लिए वीरता और सेवा पदकों से नवाजा जाएगा। यह सम्मान उन कर्मियों को मिलेगा जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना देश की सुरक्षा, बचाव और अन्य संवेदनशील सेवाओं में उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया है। इन पुरस्कारों से न केवल इन कर्मियों की बहादुरी और समर्पण को मान्यता दी जाएगी, बल्कि यह देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेगा।
1,090 कर्मियों को मिलेगा सम्मान
गृह मंत्रालय के अनुसार इस वर्ष कुल 1,090 कर्मियों को वीरता, सेवा और सराहनीय योगदान के लिए विभिन्न पदकों से सम्मानित किया जाएगा। इन पदकों में मुख्य रूप से वीरता पदक, राष्ट्रपति विशिष्ट सेवा पदक और सराहनीय सेवा पदक शामिल हैं।
वीरता पदक (मेडल ऑफ गैलंट्री - GM)
वीरता पदक उन कर्मियों को दिया जाएगा, जिन्होंने अपने जीवन और संपत्ति की रक्षा करते हुए असाधारण साहस का परिचय दिया है। इस वर्ष 233 कर्मियों को यह पदक मिलेगा। इनमें 226 पुलिस, छह अग्निशमन और एक होम गार्ड एवं सिविल डिफेंस के कर्मी शामिल हैं। यह पदक विशेष रूप से उन कर्मियों को दिया जाता है जिन्होंने अपराधों को रोकने या अपराधियों को पकड़ने में अद्वितीय साहस और वीरता का परिचय दिया है। इनमें से 152 कर्मी जम्मू-कश्मीर, 54 वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों, तीन पूर्वोत्तर और 24 अन्य क्षेत्रों के हैं।
राष्ट्रपति विशिष्ट सेवा पदक (Pressident Medal for Distinguish Service - PSM)
यह पदक उन कर्मियों को दिया जाता है जिन्होंने सेवा में विशेष उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया है। इस वर्ष कुल 99 कर्मियों को यह सम्मान मिलेगा। इनमें 89 पुलिस कर्मी, पांच अग्निशमन कर्मी, तीन सिविल डिफेंस व होम गार्ड और दो सुधार सेवा के कर्मी शामिल हैं। यह पदक उनके निष्ठावान और पेशेवर दृष्टिकोण को मान्यता प्रदान करता है।
सराहनीय सेवा पदक (मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विस - MSM)
यह पदक उन कर्मियों को दिया जाता है जिन्होंने कर्तव्य के प्रति अपनी निष्ठा और समर्पण से कई वर्षों तक सेवा दी है। इस वर्ष 758 कर्मियों को यह पदक मिलेगा। इनमें 635 पुलिस कर्मी, 51 अग्निशमन कर्मी, 41 सिविल डिफेंस व होम गार्ड कर्मी और 31 सुधार सेवा के कर्मी शामिल हैं। ये सभी कर्मी कई वर्षों से देश की सुरक्षा और सेवा में योगदान दे रहे हैं।
विशेष मान्यता
जम्मू-कश्मीर, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और अन्य संवेदनशील इलाकों में तैनात कर्मियों को इस वर्ष विशेष रूप से मान्यता दी गई है। इन इलाकों में तैनात कर्मियों के लिए सेवा देना बेहद जोखिम भरा और चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि यहां अक्सर आतंकवादी हमले, उग्रवादी गतिविधियां और अन्य सुरक्षा चुनौतियां बनी रहती हैं। इन कर्मियों ने इन कठिन परिस्थितियों में अपनी जान की परवाह किए बिना देश की रक्षा और सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके साहस और समर्पण को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है।
गृह मंत्रालय की तरफ से बयान जारी
गृह मंत्रालय के बयान के अनुसार "यह सम्मान उन कर्मियों को दिया जा रहा है जिन्होंने अपनी बहादुरी, निष्ठा और कर्तव्यनिष्ठा से देश की सुरक्षा, राहत कार्यों और संकट के समय आवश्यक सेवाओं में अभूतपूर्व योगदान दिया है। हम इन कर्मियों के साहस और समर्पण की सराहना करते हैं और उनके कार्यों से प्रेरित होकर आने वाली पीढ़ी को कर्तव्यनिष्ठा की राह पर चलने के लिए प्रेरित करेंगे।"
यूपी के इन अफसरों को मिलेगा प्रेसिडेंट मेडल