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दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके में नया खुलासा हुआ है। CCTV फुटेज में संदिग्ध कार सवार दिखा है, जिसे डॉ. उमर बताया जा रहा है। जांच एजेंसियों को शक है कि विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल हुआ और इसके तार फरीदाबाद नेटवर्क से जुड़े हैं।
CCTV फुटेज में दिल्ली धमाके को लेकर बड़ा खुलासा
New Delhi: सोमवार शाम दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण धमाके ने पूरे देश को हिला दिया था। अब इस धमाके से जुड़ी नई जानकारियां सामने आ रही हैं। CCTV फुटेज में उस कार का वीडियो मिला है जिसमें धमाका हुआ था। फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति कार में बैठा दिखाई दे रहा है। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि वही शख्स डॉ. उमर है, जिसके नाम पर यह Hyundai i20 कार रजिस्टर्ड थी।
धमाका पुरानी दिल्ली के लाल किला इलाके में सोमवार शाम 6:52 बजे हुआ। यह जगह ऐतिहासिक लाल किला परिसर से करीब 150 से 200 मीटर की दूरी पर स्थित सुभाष मार्ग ट्रैफिक सिग्नल के पास है। चश्मदीदों के मुताबिक, धमाके की आवाज चार किलोमीटर तक सुनी गई। धमाके के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई और तुरंत पुलिस, फायर ब्रिगेड और NDRF की टीमें मौके पर पहुंचीं।
पुलिस जांच के अनुसार, धमाका Hyundai i20 कार में हुआ जिसमें तीन लोग सवार थे। विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास खड़ी कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचा और सड़क पर मलबा फैल गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी अपने बयान में i20 कार का जिक्र करते हुए कहा कि मामले की जांच हर कोण से की जा रही है।
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जांच एजेंसियों को इस धमाके के तरीके पर कई सवाल उठ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, धमाके में मारे गए लोगों के शवों पर न तो पैलेट्स के निशान मिले हैं और न ही कोई पंचर व बर्न मार्क्स, जो आम तौर पर बम धमाके में पाए जाते हैं। यह संकेत देता है कि इस्तेमाल किया गया विस्फोटक सामान्य बम की तरह नहीं था।
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि धमाके के पीछे फरीदाबाद में सक्रिय आतंकी नेटवर्क का हाथ हो सकता है। कुछ दिन पहले ही एजेंसियों ने फरीदाबाद से 2910 किलो अमोनियम नाइट्रेट जब्त किया था। इस मामले में डॉ. मुजम्मिल शकील नाम के व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई थी। अब जांच में यह शक गहराता जा रहा है कि लाल किला धमाके में भी अमोनियम नाइट्रेट का प्रयोग किया गया।
CCTV फुटेज में दिखाई दे रहे संदिग्ध को लेकर जांच एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह शख्स धमाके से पहले तीन घंटे तक कार में बैठा रहा और एक बार भी बाहर नहीं निकला। सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या वही व्यक्ति डॉ. उमर है, जिसके नाम पर कार रजिस्टर्ड थी।
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घटना के बाद दिल्ली पुलिस, एनआईए (NIA), एनएसजी (NSG) और फॉरेंसिक टीम ने जांच तेज कर दी है। दिल्ली समेत कई राज्यों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। विस्फोट की प्रकृति और संदिग्धों की पहचान को लेकर जांच जारी है।