Faridabad/New Delhi: हरियाणा पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान के तहत देश को दहलाने की एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया। दिल्ली-एनसीआर में 26/11 से बड़े हमले की साजिश रची जा रही थी। पुलिस ने इस मामले का भंडाफोड़ करते हुए आतंकी संगठन से जुड़े दो कथित डॉक्टरों को गिरफ्तार किया।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार एक आरोपी की पहचान डॉ. मुजम्मिल के रूप में की गई, जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने 360 किलो आरडीएक्स विस्फोटक और आधुनिक हथियार बरामद किये गये। हालांकि पुलिस का कहना है कि बरामद पदार्थ अमोनियम नाइट्रेट है।
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फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर सतेंद्र कुमार ने प्रेस वार्ता में इस साजिश का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो दिन पहले जम्मू कश्मीर से गिरफ्तार किए गए डॉक्टर आदिल अहमद की निशानदेही पर हरियाणा के फरीदाबाद से 300 किलोग्राम विस्फोटक (अमोनियम नाइट्रेट), एक एके-47 राइफल और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया है। पुलिस को शक है कि उसका संबंध पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से है।
पुलिस ने बताया कि आदिल अहमद की निशानदेही पर जम्मू कश्मीर और हरियाणा पुलिस की टीम ने फरीदाबाद में छापेमारी की, जहां से करीब 300 किलो विस्फोटक (अमोनियम नाइट्रेट), एक एके-47 राइफल, और कई राउंड जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही साजिश के आरोपी डॉक्टर मुजम्मिल को गिरफ्तार किया गया, जो फरीदाबाद की यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था।
पुलिस ने कहा कि इस मामले में अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। फरीदाबाद से डॉक्टर मुजम्मिल सकी गिरफ्तारी के अलावा एक अन्य आरोपी को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि फरीदाबाद से बरामद की गई विस्फोटक सामग्री किसी बड़े आतंकी हमले में इस्तेमाल की जा सकती थी।
जांच में पता चला है कि आरोपी डॉक्टर का संबंध पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों से था और वह लंबे समय से आतंकी गतिविधियों के लिए मददगार के रूप में काम कर रहा था।
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पुलिस का मानना है कि इस पूरे नेटवर्क में कई राज्यों के लोग शामिल हैं और आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां संभव हैं। सुरक्षा एजेंसियां अब इस बात की जांच कर रही हैं कि इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक (अमोनियम नाइट्रेट), हरियाणा तक कैसे पहुंचा और इनका अंतिम टारगेट क्या था।

